Kanpur Crime: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में क्राइम ब्रांच की टीम ने एक शातिर गिरोह के तीन सदस्यों को जेल भेजा है। तीनों आरोपियों ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। खुलासा हुआ है कि एक शातिर ने 12 बोगस कंपनियां बना रखी थीं, जिसके जरिए वह ठगी की काली रकम को सफेद करता था। पूछताछ में पता चला कि वह उस रकम को क्रिप्टो में एक्सचेंज करके चीन में बैठे अपने आकाओं को भेजता था। आरोपियों ने पूछताछ में और भी कई बड़े खुलासे किए हैं। वहीं क्राइम ब्रांच की टीम इन सभी कंपनियों का ब्योरा जुटाने में लगी हुई है।
क्राइम ब्रांच की टीम के अनुसार अनुपम द्विवेदी, श्रवण यादव और यश यादव को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। पूछताछ में पता चला कि चीनी मास्टरमाइंड का मुख्य गुर्गा अनुपम ही है। अनुपम ने ही पश्चिमी यूपी में पूरा जाल फैलाया हुआ है।
अनुपम ने बना रखी थीं 12 बोगस कंपनियां
क्राइम ब्रांच की पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ है कि अनुपम ने एक दर्जन बोगस कंपनियां बना रखी थीं। इन कंपनियों के जरिए ही वह ठगी की रकम को खपाता था। हालांकि क्राइम ब्रांच की टीम ने अभी इन कंपनियों का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। फिलहाल टीम कंपनियों के दस्तावेज जुटाने में लगी हुई है। क्राइम ब्रांच की टीम को यह भी जानकारी मिली है कि चीनी ठगों ने पूरे भारत में दर्जनों गिरोह सक्रिय कर रखे हैं। इन सभी गिरोह के सदस्य अलग-अलग स्थानों पर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
शातिर आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाईं कंपनियां
क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि यश यादव एक कंपनी सेक्रेटरी के संपर्क में था। उसी के जरिए ये सभी कंपनियां रजिस्टर कराई गई हैं। वहीं सूत्रों की माने तो कंपनियां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाई गई हैं। इनमें दर्ज किए गए मोबाइल नंबर और आईडी फेक बताए गए हैं। वहीं जांच में खुलासा हुआ है कि इन कंपनियों ने पिछले दो सालों में करोड़ों रुपये खपाए हैं। उधर, क्राइम ब्रांच की टीम अभी इस गिरोह के और आरोपियों की तलाश में लगी हुई है। टीम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह कहां-कहां पर सक्रिय है। माना जा रहा है कि इस गिरोह को लेकर जल्द ही और बड़ा खुलासा हो सकता है।