- किशोरों की ओपीडी के लिए होंगे अलग से चिकित्सक
- सीएमएस ने चिकित्सकों संग बैठक करके लिया फैसला
- बच्चों की ओपीडी के लिए रूपरेखा तैयार, एक ही छत के नीचे मिलेगा इलाज
Kanpur Dehat Hospital: कानपुर जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों की बैठक के बाद किशोरों के इलाज की दिशा में सार्थक फैसला लिया गया है। जिला महिला अस्पताल में अब महिलाओं के साथ ही किशोरों का भी उपचार होगा। इसके लिए ओपीडी में अलग से डॉक्टर बैठेंगे। बच्चों की ओपीडी के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। इससे जच्चा-बच्चा को एक ही छत के नीचे इलाज मिल सकेगा। बता दें कि जिला महिला अस्पताल के बेसमेंट में बने ओपीडी ब्लॉक में अब तक डॉक्टर सिर्फ महिलाओं का इलाज करती हैं। वहीं एक से दो साल तक के बच्चों के इलाज के लिए पहले फ्लोर पर जाना पड़ता है।
दो दिन के अंदर शुरू की जाएगी नई व्यवस्था
दो साल से ऊपर के बच्चों को जिला अस्पताल की बालरोग की ओपीडी में ले जाना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए सीएमएस डॉक्टर वंदना सिंह ने बालरोग विशेषज्ञ डॉक्टर अवधेश गुप्ता और डॉक्टर राहुल पांडेय के साथ बैठक की।
इसके बाद जिला महिला चिकित्सालय के भूतल में बने ओपीडी ब्लॉक में बालरोग विशेषज्ञ की ड्यूटी बच्चों के उपचार के लिए लगाने की सहमति बनी। डॉक्टर अवधेश गुप्ता ने बताया कि प्रथम तल की ओपीडी में ज्यादा जगह न होने से मरीजों को देखने में दिक्कत होती थी। सीएमएस की सहमति के बाद काउंसलिंग और फैमिली प्लानिंग वाले कमरों को खाली कराया जा रहा है। यहां पर बालरोग विशेषज्ञ किशोर उम्र तक के बच्चों का उपचार करेंगे। दो दिन के अंदर यह सुविधा शुरू हो जाएगी। यहीं से बच्चों के लिए दवाओं की व्यवस्था भी निशुल्क कराई जाएगी।
इस सार्थक फैसले के बाद किशोरों के उपचार के लिए दूर-दराज से आए लोगों को इलाज कराने में सहूलियत मिलेगी। समय की बचत होगी। किशोरों के लिए विशेष चिकित्सक बैठने से भीड़ भी नहीं होगी। सीएमएस की सहमति के बाद नई व्यवस्था को लागू करने के लिए काम शुरू हो चुका है।