- कानपुर जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर
- जमीन खरीदने वालों को बड़ी राहत
- कानपुर में नहीं बढ़ेंगे सर्किल रेट
Kanpur Circle Rates: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है। जमीन लेने का सपना देखने वालों के लिए राहत की खबर है। कानपुर में जमीन खरीदने वालों को बड़ी राहत मिली है। कानपुर में इस बार भी जमीन महंगी नहीं होगी। जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने सर्किल रेट बढ़ाने से इनकार कर दिया है। ऐसे में पिछले काफी समय से चल रहे सर्किल रेट बढ़ने की चर्चाओं पर विराम भी लग गया है। हालांकि सर्किल रेट 25 प्रतिशत तक बढ़ाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। जिन इलाकों में दाम बढ़ाए जाने थे, उनकी पहचान भी कर ली गई थी। आपको बता दें कि निबंधन विभाग की ओर से एक अगस्त 2017 को सर्किल रेट बढ़ाए गए थे, वही रेट अभी तक लागू हैं।
आपको बता दें कि निबंधन विभाग ने नए विकसित हो रहे क्षेत्रों का सर्वे करा लिया था, इन क्षेत्रों की रिपोर्ट भी तैयार कर ली थी। जिन इलाकों में जमीनों की ज्यादा खरीद-फरोख्त हुई, उन इलाकों को ही रिपोर्ट का आधार बनाया था।
25 फीसदी तक सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव हुआ था तैयार
रिपोर्ट के अनुसार शताब्दी नगर, महाबलीपुरम, चकेरी, सिंहपुर, पनकी, बिठूर, मैनावती मार्ग समेत कई इलाकों का चयन किया गया था, यहां सर्किल रेट 10 से लेकर 25 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इनके अलावा आर्यनगर, पांडुनगर, तिलक नगर, काकादेव, सिविल लाइंस, साकेत नगर, लाजपत नगर, मालरोड, सर्वोदय नगर, पीरोड, एक्सप्रेस रोड, जनरलगंज, किदवई नगर, गोविंद नगर जैसे क्षेत्रों में 15 प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव था। इन जगहों पर जमीनों की कीमत पहले से ही 50 से 70 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर के आसपास है।
लक्ष्य से 313 करोड़ रुपये कम राजस्व प्राप्त किया
अधिकारी के अनुसार, कोरोना के दौरान जमीनों की खरीद-फरोख्त में गिरावट दर्ज की गई थी, ऐसे में जमीन की खरीद-फरोख्त में गिरावट का असर राजस्व पर पड़ा है। वित्तीय वर्ष 2021 में शासन की तरफ से तय लक्ष्य 1027 करोड़ के सापेक्ष निबंधन विभाग 713.36 करोड़ रुपये ही जुटा पाया। निबंधन विभाग अपने लक्ष्य से 313 करोड़ रुपये कम राजस्व हासिल कर सका। एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार ने बताया कि सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर पहले क्या हुआ इस पर कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन अभी सर्किल रेट बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। शासन से निर्देश मिलेंगे तो कवायद शुरू की जाएगी।