- कानपुर के साकेत नगर में पकड़े गए 20 नकली मीटर
- बिजली विभाग की टीम ने 116 घरों पर की छापेमारी
- 38 जगह 1.80 लाख रीडिंग स्टोर मिली, हटाए गए मीटर रीडर समेत दो पर रिपोर्ट
Kanpur Electricity Department: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के साकेत नगर में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई है। बिजली विभाग की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया। केस्को से हटाए गए मीटर रीडर के घर छापेमारी में मामला पकड़ में आने के बाद बिजली चोरी के खेल का खुलासा हुआ। साकेत नगर इलाके में 58 घरों में गड़बड़ियां पाई गईं। 38 जगह 1.80 लाख मीटर रीडिंग स्टोर मिली हैं, वहीं 20 घरों में मीटर ही नकली निकले। फर्जीवाड़े में संलिप्त केएंडडी कंपनी के मीटर रीडरों पर कार्रवाई कर टेस्ट द्वितीय व तृतीय के अधिशासी अभियंताओं से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।
दरअसल, पराग डेयरी डिवीजन के एक्सईएन चेकिंग कर रहे थे, इस दौरान किदवई नगर थाने के सामने पूर्व मीटर रीडर मनीष के घर बिजली चोरी करने का मामला सामने आया। अधीक्षण अभियंता मंडल द्वितीय अनिल जायसवाल के नेतृत्व में आठ अधिशासी अभियंताओं की टीम ने साकेत नगर में छापेमारी की कार्रवाई की।
टीम ने मनीष और एक अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई
इस दौरान टीम ने 134 की लिस्ट में से 116 उपभोक्ताओं के घर छापामार की कार्रवाई की। इनमें 38 कनेक्शनों पर 1.80 लाख यूनिट स्टोर मिली। 20 घरों में मीटर बिलिंग सर्वर से मिलान करने पर मैच ही नहीं पाए गए। इसके बाद टीम ने मनीष और एक अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बताया जा रहा है कि, मनीष को नौबस्ता एक्सईएन ने फर्जीवाड़े में छह साल पहले हटाया था। पराग डेयरी एक्सईन सुमंत कुमार की छापेमारी में उसे पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया था, लेकिन वह कस्टडी से हाथ छुड़ाकर फरार हो गया। इस दौरान 100 से अधिक बिजली बिल वह नाली में फेंककर फरार हुआ।
घर से कई मीटर भी बरामद
टीम ने उसके घर में भी कई मीटर भी बरामद किए हैं। उसका घर सील कर दिया गया है। अधिशासी अभियंताओं ने बताया कि, कई घरों की जांच में संदिग्धता मिली है। मीटर बदलने से पहले 10 से 50 रीडिंग कई सालों तक आती थीं, जबकि कई एसी लगे थे। मीटर बदलने के बाद अचानक रीडिंग बढ़ी। इससे स्पष्ट हो गया कि मीटर में स्टोर रीडिंग होने के बाद खराब करके बदला गया। बताया जाता है कि, मनीष पराग डेयरी और टेस्ट में तैनात अफसरों का काफी चहेता रहा है। उसका डिवीजन और टेस्ट में भी काफी आना-जाना लगा रहता है।
मनीष के घर से मिले बिलों के बाद छापेमारी हुई
अधीक्षण अभियंता द्वितीय अनिल जायसवाल ने बताया कि, मनीष के घर से मिले बिलों के बाद छापेमारी की गई। 58 मकानों में गड़बड़ियां पाई गई हैं। दो पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मीटर मिसमैच होने पर अधिशासी अभियंता टेस्ट द्वितीय और तृतीय से जवाब मांगा जाएगा।