- रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के लिए आई महिला के तीन बच्चों का अपहरण
- बच्चों को तीन महिलाओं और एक पुरुष को देखरेख के लिए बोल के टिकट लेने गई थी महिला
- महिला के चार दिनों तक जीआरपी थाने के चक्कर काटने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर 15 सितंबर को ट्रेन पकड़ने के लिए आई महिला के तीन बच्चों का अपहरण हो गया। मैनपुरी-इटावा सीमा पर बसे एक गांव निवासी पूजा के 20 दिन के दो जुड़वां दुधमुंहे बच्चे और दो साल के एक बेटा को बच्चा चोर गिरोह उठा ले गया। पूजा अपने तीन बच्चों को स्टेशन पर ही बैठीं तीन महिलाओं और एक पुरुष को देकर टिकट लेने के लिए चली गई थी।
जब वह टिकट लेकर लौटी तो बच्चों सहित सभी गायब थे। पूजा ने इस बारें में जीआरपी से शिकायत की थी। महिला का आरोप है कि चार दिनों तक चक्कर कटवाने के बाद जीआरपी पुलिस ने 19 सितंबर को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की।
सीसीटीवी फुटेज से कर रहे पहचान
जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी के अनुसार अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज से अपहरणकर्ताओं की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पूजा के अनुसार उसके पति प्रमोद मुंबई में ट्रक चालक हैं। वह अगस्त महीने के आखिरी दिनों में ट्रेन से अपने मायके वाराणसी के लिए जा रही थी। कानपुर में उसे प्रसव पीड़ा होने पर कानपुर में ही किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे एक सितंबर को जुड़वा बेटे हुए। दो साल का एक बेटा और साढ़े तीन साल की बेटी पहले से थी।
वाराणसी के लिए कर रही थी ट्रेन का इंतजार
पूजा ने कहा 15 सितंबर को वह सेंट्रल स्टेशन आई और वाराणसी जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी। पूजा के पास टिकट नहीं था और चार बच्चों के साथ सामान भी बहुत ज्यादा था। स्टेशन पर उसके पास बैठी तीन महिलाएं और एक पुरुष उससे बातचीत करने लग गए। इनमें से एक युवक का नाम राजू और महिला का नाम लक्ष्मी था। पूजा अपने तीन बच्चों को उन्हें थमा करके टिकट लेने के लिए अपनी बेटी को लेकर चली गई। टिकट लेकर लौटी तो सभी वहां से गायब थे। पूजा के चार दिनों तक जीआरपी थाने के चक्कर काटने के बाद पुलिस ने अपहरण की धारा 363 में रिपोर्ट दर्ज किया। पूजा के अनुसार जीआरपी ने उसके साथ एक महिला को इटावा तक भेजा था, लेकिन बच्चों का कुछ पता नहीं चल सका।