- परिजनों का आरोप, एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने से बच्चों की हालत बिगड़ी
- इंजेक्शन लगाने के बाद 1 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई
- 2 की ज्यादा हालत बिगडऩे पर कानपुर रेफर किया
Kanpur: यूपी के हमीरपुर हॉस्पिटल में मेल वार्ड में स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में एडमिट कुछ बच्चों को वार्ड में ड्यूटी पर तैनात एक नर्स ने इंजेक्शन लगाया। इसके बाद कई बच्चों की तबीयत बिगडऩे लगी। जिसमें एक मासूम की तो मौत हो गई। करीब 6 बच्चों की हालत गंभीर हो गई। जिन्हें आपातकालीन इकाई में ले जाया गया। इधर, दो बच्चों को चिकित्सकों ने कानपुर रेफर कर दिया। अचानक हुए मामले से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। बच्चों की तबीयत बिगड़ते देख परिजनों के होश उड़ गए।
इसके बाद वार्ड में भर्ती अन्य बच्चों के परिजन घबरा गए व स्टाफ नर्स को इंजेक्शन लगाने से रोक दिया। अस्पताल में मौजूद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों के मुताबिक बच्चों के वार्ड में एडमिट गांव बिंवार निवासी अंबिका (1), गांव गिमुंहा निवासी तुलसी (12), गांव रनिया निवासी खुशी (5), गांव अमौली निवासी सृष्टि (1), गांव पुराना बेतवा घाट निवासी मनी (10) व गांव कुतुबपुरा कुरारा निवासी विशेष (11) को नर्स ने एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाया। इसके बाद सभी बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी।
अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूले
इसके थोड़ी देर बाद गांव बिंवार निवासी अंबिका की मौत हो गई। वहीं खुशी, सृष्टि व तुलसी की नाजुक स्थिति को देखते हुए परिजन उन्हें आपातकालीन इकाई में ले गए। जहां से खुशी व तुलसी को चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया। वहीं आरोपी नर्स एक कमरे में जाकर छिप गई। अचानक हुई घटना से अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया। हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक मौके पर आए और मामले की लीपापोती में लग गए। इधर, परिजनों ने आरोप लगाया कि एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन लगाने से बच्चों की हालत बिगड़ी है। इसके लेकर गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों ने स्टाफ नर्सों पर आरोप लगाया कि बच्चों की हालत बिगडऩे लगी तो उन्होंने बच्चों को लगाई गई स्लाइन उतार कर डस्टबिन में फेंक दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि वार्ड में मौजूद नर्स ने अशोभनीय व्यवहार किया। मामला बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन की ओर से गाड़ी मंगवाकर मृत बच्ची के शव को घर पहुंचाने के प्रयास किए गए।