कानपुर : मदरिया सूफी फाउंडेशन ने यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को चिट्ठी लिख कर अयोध्या में बनने वाले मस्जिद के नामकरण के लेकर सलाह दी है। मदरिया सूफी फाउंडेशन ने चिट्ठी में कहा है कि अयोध्या के धन्नीपुर गांव में बाबरी मस्जिद की जगह बनने वाले मस्जिद का नाम सूफी मस्जिद रखा जाए।
फाउंडेशन ने पिछले साल कानपुर के मकानपुर में एक इंटरनेशनल सूफी कांफ्रेंस आयोजित किया था। सूफी मस्जिद नाम होने से ये समाज में सौहार्द कायम रखने में मदद करेगा साथ ही गंगा जमुनी तहजीब को भी कायम रखेगा।
सूफी नेताओं की तरफ सेदरगाह के सज्जदा नशीन, इस्लामिक स्कॉलर और शांति पसंद नागरिकों के लिए हम आपसे इस बात की अपील करते हैं क्योंकि इससे राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मदरिया सूफी फाउंडेशन के प्रेसीडेंट मोहम्मद समीर अजीज बोघानी ने ये बात कही।
बोघानी ने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों, जाति और विश्वास के शांतिपूर्ण अस्तित्व वाला देश है। सूफी संत शुरू से ही धार्मिक विवादों से दूर रहने वाले व्यक्ति होते थे वे समाज में शांति पसंद करते थे। सूफी आज भी दुनिया में आध्यात्म, सहिष्णुता और वैश्विक सौहार्द सिखाता है। सूफीज्म, कट्टरपंथ का एक तोड़ है।