- कानपुर के कारगिल पार्क की बदलेगी सूरत
- अब सिंथेटिक ट्रैक पर कर सकेंगे संगीतमय वॉक
- म्यूजिक सिस्टम और विशेष लाइटिंग का काम शुरू
Kanpur Kargil Park: यूपी के कानपुर में वैसे तो मोतीझील के कारगिल पार्क में टहलने का अपना आनंद है। अब इस आनंद में संगीत भी घुलने जा रहा है। ज्यादा नहीं, अगले महीने ही आप वहां सिंथेटिक ट्रैक पर संगीतमय वॉक कर सकेंगे। इसके लिए वहां ट्रैक बिछाए जाने के साथ-साथ भजन से माहौल को भक्तिमय भी बनाने की तैयारी है। शाम को रंग-बिरंगी रोशनी से कारगिल पार्क और भी ज्यादा मोहक हो जाएगा। कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (केएससीएल) ने सुंदरीकरण का काम शुरू भी करा दिया है।
इसके लिए पार्क का आधा हिस्सा बंद कर दिया गया है। 22 जून से एक महीने के लिए पार्क पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। 23 जुलाई से यह नए लुभावने रूप में आपके सामने होगा।
कारगिल पार्क में सुबह-शाम टहलने आते हैं हजारों लोग
मोतीझील के कारगिल पार्क में सुबह-शाम हजारों लोग टहलने आते हैं। इनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। दिन में 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच भी रोजाना 1000 से 1200 लोग आते हैं। इस अवधि में बड़ों से 10 रुपये और बच्चों से पांच रुपये लिए जाते हैं। इससे नगर निगम को हर महीने में करीब ढाई लाख रुपये की आय होती है।
तीन करोड़ रुपये से बदलेगी सूरत
कावेरी सीड कंपनी लिमिटेड (केएससीएल) के प्रभारी अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि, पार्क में 1200 मीटर लंबा और 2.8 मीटर चौड़ा सिंथेटिक जॉगिंग ट्रैक बिछाया जा रहा है। साथ ही 200 आउटडोर स्पीकर, एंबीयंट लाइट, ब्लकड़ी की बेंच लगाई जाएंगी। इस पर लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। नगर निगम गेस्ट हाउस की तरफ का हिस्सा बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया है।
म्यूजिक के अलावा फव्वारे की फुहार का भी ले सकेंगे मजा
आपको बता दें कि, कानपुर में कारगिल पार्क मॉर्निंग वॉकर्स की सबसे फेवरेट जगहों में से एक है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत अब इसका भी रंगरूप बदला जा रहा है। वॉकिंग ट्रैक अब सिंथेटिक का होगा। इसके साथ ही यहां आने वाले लोग म्यूजिक के अलावा फव्वारे की फुहार का भी मजा ले सकेंगे। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मोती झील स्थित कारगिल पार्क में 1.8 किमी का जॉगिंग ट्रैक का निर्माण कराया जा रहा है। ट्रैक में तीन सर्किट होंगे। एक फास्ट जॉगर्स के लिए, दूसरा धीरे जॉगिंग करने वालों और तीसरा सर्किट बुजुर्गों के लिए होगा। यहां आधुनिक लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे लोग रात में भी वॉक कर सकें।