- कानपुर रिंग रोड का प्रोजेक्ट धरातल पर उतारने के लिए एनएचएआई ने कसी कमर
- 70.14 किलोमीटर के तीन और हिस्से के जमीन गजट के लिए तैयारी शुरू
- रिंग रोड को बनाया जाएगा एक्सीडेंट फ्री, 70.14 किमी का एलाइनमेंट हुआ पूरा
Kanpur Ring Road: कानपुर और आसपास के लोगों के लिए अच्छी खबर है। कानपुर रिंग रोड का प्रोजेक्ट धरातल पर उतारने के लिए एनएचएआई ने कमर कस ली है। अब शेष 70.14 किलोमीटर के तीन और हिस्से की जमीन के गजट के लिए भी तैयारी शुरू हो गई है। 60 दिन में गजट जारी हो जाएगा। एलाइनमेंट सर्वे पूरा हो गया है। कंसलटेंट एजेंसी ने एलाइनमेंट के एरियल व ड्रोन सर्वे की रिपोर्ट एनएचएआई को दे दी है। मंधना से सचेंडी के बीच 23.365 किलोमीटर रिंग रोड की जमीन अधिग्रहण की कागजी औपचारिकता पूरी हो गई है। इसका गजट भी जारी कर दिया गया है। एनएचएआई ने अब 70.14 किलोमीटर की शेष बची रिंग रोड की जमीन के अधिग्रहण के लिए गजट जारी करने को दी मंजूरी।
अब सचेंडी से रूमा, रूमा से आजाद मार्ग मोड़ उन्नाव और आजाद मार्ग मोड़ से मंधना तक तीसरा हिस्सा होगा। इन्हीं हिस्सों की जमीन अधिग्रहण के लिए कैपिटल ए का नोटिफिकेशन 60 दिन में होगा। 93.5 किलोमीटर की रिंग रोड में सिर्फ चार इंट्री प्वाइंट्स मिलेंगे, जहां से वाहन आ-जा सकेंगे।
एक्सीडेंट फ्री बनाया जाएगा रिंग रोड
बाकी कहीं से भी रिंग रोड से शहर में जाने का रास्ता नहीं मिलेगा। यह सब इसलिए किया गया है ताकि रिंग रोड एक्सीडेंट फ्री बनाया जा सके। मंधना से सचेंडी के बीच ड्रोन सर्वे रिपोर्ट भी एनएचएआई ने एडीएम (एलए) को सौंप दी है। इसके मुताबिक, एक साल में किसने जमीन बेची और किसने निर्माण कराया और पुराना मालिक, अधिग्रहीत होने से पहले जमीन का मालिक कौन रहा, उसका सारा ब्योरा सामने आ जाएगा। वास्तव में जिसके पास भूमि का स्वामित्व पुराना होगा, उसी को मुआवजा मिलेगा।
मंधना से सचेंडी के बीच सबसे पहले होगा निर्माण
इस साल गजट के बाद बने मालिकों को वंचित रहना पड़ेगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रशांत दुबे ने भी माना कि, तीन हिस्से की प्रक्रिया मंजूरी के बाद शुरू हो गई है। दो महीने में सभी हिस्से का नोटिफिकेशन कर दिया जाएगा। निर्माण भी इसी साल से शुरू होना भी तय है। मंधना से सचेंडी के बीच सबसे पहले निर्माण होना है।
प्रोजेक्ट पर एक नजर
कानपुर रिंग रोड के लिए 560 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण में 2609.06 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए 11 हजार किसानों की जमीन लेने का प्रस्ताव है। 2573.37 करोड़ रुपये रिंग रोड के निर्माण पर खर्च होने का अनुमान है। तीन साल में निर्माण पूरा होगा। इसपर टोल भी लगाया जाएगा। दो पुल मंधना और चकेरी में गंगा पर बनेंगे। 21 अन्य पुल और दिल्ली-हावड़ा ट्रैक समेत 6 रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। 53 अंडरपास का निर्माण किया जाएगा।