- अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन पर रेलवे बना सकता है एलिवेटेड ट्रैक
- ट्रैक सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड ने जारी किए 46.50 लाख रुपये
- एलिवेटेड ट्रैक बनने के बाद शहर के लोगों को मिलेगा जाम से मुक्ति
Kanpur will get Rid of Jam: कानपुर को जल्द ही जाम से छुटकारा मिलने की संभावना है। रेलवे बोर्ड ने शहर के बीच से निकलने वाली अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन की 18 क्रॉसिंग के साथ कानपुर-झांसी रूट पर क्रासिंग के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। इन रूट पर एलिवेटेड ट्रैक न होने के कारण भारी जाम लगता है। उम्मीद की जा रही है कि, सर्वे के बाद दो से तीन साल में निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा, जिससे लोगों को जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
कानपुर को जाम मुक्त करने के लिए रेलवे बोर्ड प्रमुख क्रासिंगों पर एलिवेटेड ट्रैक बनाने का विचार कर रहा है। बोर्ड अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन पर क्रॉसिंगों को खत्म करने के लिए एलिवेटेड ट्रैक की गुंजाइश तलाश रहा है। इसके सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड ने 46.50 लाख रुपये भी जारी कर दिए हैं। साथ ही भीमसेन से कानपुर के झकरकटी रेलवे ओवरब्रिज के पहले रेलवे लाइन तक फ्लाईओवर बनाने के लिए भी 20 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। रेलवे अधिकारियों की मानें तो ये दोनों प्रोजेक्ट 2024 तक पूरे हो जाएंगे।
सर्वे के बाद होगी तस्वीर साफ
रेलवे बोर्ड एलिवेटेड ट्रैक बनाने से पहले अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन का सर्वे कराएगा। सर्वे के बाद पता चलेगा कि इन जगहों पर एलिवेटेड ट्रैक बन सकता है या नहीं। रेलवे चाहता है कि वह अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन को लखनऊ रूट से जोड़ सके। इससे उन्नाव होते हुए लखनऊ, हरदोई, उन्नाव और प्रयागराज का नया रूट भी मिल जाएगा। वहीं अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन पर एलिवेटेड ट्रैक बनने के बाद मंधना से कानपुर वाली ट्रेनें रेलवे पुल से ऊपर-ऊपर ही अनवरगंज तक आ जा सकेंगी। 18 क्रॉसिंग की वजह से जाम की समस्या तो खत्म होगी ही साथ ही बिठूर गंगा नदी के रेलवे पुल के तौर पर एक नया रूट भी मिल जाएगा।
मंधना से पनकी को जोड़ने का भी विकल्प
रेलवे के पास एक विकल्प मंधना से पनकी को जोड़ने का है, लेकिन इसमें रेलवे की बहुत ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। क्योंकि नए सिरे से एक रूट को हटाकर शहर के बीच से एक नया रेलवे ट्रैक बिछाना बहुत खर्चिला प्रोजेक्ट हो जाएगा। इससे मेन रूट की ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हो सकता है।