- कानपुर में कारोबारी पारस गुप्ता की हत्या का मामला, एसआईटी ने शुरू की जांच
- एसआईटी ने कंपनी को किया मेल, मांगी कॉल डिटेल रिपोर्ट
- अखिलेश यादव के निर्देश पर पीड़ित परिजनों से मिले सपा नेता, दिया मदद का आश्वसन
Kanpur Murder Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में कारोबारी पारस गुप्ता की हत्या के मामले में जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा नेता ने परिवार को मदद का भरोसा दिया है तो वहीं एसआईटी ने भी अपनी जांच शुरू कर दी। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पीड़ित परिवार के घर जाकर मामले की जानकारी ली और उन्हें इस मामले में कार्रवाई व मदद का पूरा आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को कानपुर से लेकर सदन तक उठाया जाएगा।
बता दें कि 25 मई को कारोबारी पारस गुप्ता घर से लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी काफी तलाश की थी लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका था। इसके बाद परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित परिजन फॉरेंसिक अधिकारियों से मिले और पूरे मामले की जानकारी दी। वहीं फॉरेंसिक जांच में सामने आया कि पारस गुप्ता जिस दिन लापता हुए थे, उसके अगले ही दिन सेंट्रल स्टेशन जीआरपी थाना क्षेत्र में उनका शव पड़ा मिला था।
एसआईटी ने कंपनी से मांगी कॉल डिटेल की रिपोर्ट
कारोबारी पारस गुप्ता की हत्या का राज खोलने के लिए एसआईटी ने सभी बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। एसआईटी की टीम ने कंपनी को मेल कर पारस और नामजद आरोपी अमित गुप्ता की सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) मांगी है। उम्मीद है कि टीम को जल्द ही सीडीआर मिल जाएगी। सीडीआर से यह साफ हो जाएगा कि पारस गुप्ता और अमित समेत अन्य आरोपियों की कब-कब बात हुई है। यही नहीं घटना वाले दिन आरोपियों की लोकेशन का भी पता चल जाएगा। बताया गया कि पुलिस इस मामले में डीएनए टेस्ट भी करवाएगी।
अमित समेत 10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पारस गुप्ता की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार ने एक दूसरे कारोबारी अमित गुप्ता समेत 10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद हरबंस मोहाल थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह इस मामले की विवेचना कर रहे हैं। इंस्पेक्टर अरुण कुमार का कहना है कि पारस गुप्ता की पत्नी, भाई और मां के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। वहीं परिवार ने आरोपी समेत अन्य आरोपियों के मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराए हैं। वहीं एसआईटी ने इन नंबरों को लेकर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को मेल किया है। एसआईटी की जांच में जल्द ही इस हत्याकांड का खुलासा हो सकता है।