- छात्र पर घड़ी चोरी का इल्जाम लगा इतना पीटा की उसकी हालत बिगड़ गई
- गंभीर घायल छात्र की इलाज के दौरान कानपुर में मौत हो गई
- मृतक के पिता ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी है
Kanpur Student Murder Case: कानपुर जनपद में एक कलयुगी गुरुजी की हैरान करने वाली करतूत सामने आई है। गुरुजी ने छात्र पर घड़ी चोरी का इल्जाम लगा बेरहमी से इतना पीटा की उसकी हालत बिगड़ गई। घटना गांव पश्चिमी मड़ैया कसावा की है। इसके बाद गंभीर घायल छात्र को परिजन इलाज कराने कानपुर लाए। जहां इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए परिजन मृतक की डेड बॉडी लेकर गांव आए व आरोपी शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
परिजनों ने छात्र की मौत की वजह स्कूल के अध्यापकों की पिटाई को बताया है। शव लेकर गांव पहुंचे। शिक्षकों पर आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग कर हंगामा किया। सूचना के बाद छिबरामऊ कोतवाली पुलिस मौके पर आई व मामले की जानकारी ली। बाद में ग्रामीणों को समझाइश कर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस अब पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
घड़ी बनीं जान की बैरन
मृतक के पिता जहांगीर ने पुलिस को बताया कि उनका पुत्र दिलशाद रामलीला मैदान स्थित एक इंटर कालेज में कक्षा 9वीं में एडमिशन के लिए 23 जुलाई को स्कूल गया था। इस बीच 11 बजे के करीब दोपहर का अवकाश हो गया। इस दौरान एक शिक्षक ने उसे बुलाकर उस पर घड़ी चोरी करने का इल्जाम लगा दिया। इसके बाद आरोपी शिक्षक ने मेरे बेटे को स्कूल के एक कमरे में बंद कर अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर उसे बेरहमी से पीटा। उसके पेट में लातें व घूंसे मारे। जबरदस्त पिटाई के कारण दिलशाद गंभीर घायल हो गया। घर आया तो उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे हॉस्पिटल ले गए। जहां पर चिकित्सकों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया।
स्कूल को ताला जड़ गुरुजी फरार
थाने के सीआई जेपी शर्मा ने बताया कि छात्र की कानपुर के एक निजी अस्पताल में 25 जुलाई की रात्रि को इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि घटना स्थल का मुआयना कर मामले की पूरी जानकारी ली गई है। मृतक के पिता ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरा खुलासा होगा। बहरहाल मृतक के शव का पोस्टमार्टम हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में छात्र के बीमार रहने की बात भी सामने आई है। इधर, घटना के बाद मामला बिगड़ता देख स्कूल को ताला जड़ गुरुजी व अन्य कार्मिक फरार हो गए।