नई दिल्ली: कानपुर देहात पुलिस के चौकी इंचार्ज की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वो एक महिला के ऊपर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इसे लेकर पुलिस पर निशाना साधा जा रहा है। हालांकि कानपुर देहात पुलिस ने इस पर सफाई दी है।
पुलिस ने बयान जारी कर कहा है, 'चौकी इंचार्ज व महिला से संबंधित वायरल फोटो के संबंध में अवगत कराना है कि चौकी प्रभारी गांव में एक आरोपी की तलाश में गए थे। यहां एक अन्य युवक द्वारा पुलिस टीम के साथ बदतमीजी करने के प्रयास किया गया जिसके बाद पुलिस द्वारा उस युवक को हिरासत में लेकर थाने लाया जा रहा था। इसी क्रम में उस युवक के परिजनों द्वारा जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल थी पुलिस टीम पर आक्रामक होकर युवक को भगा दिया गया। महिला द्वारा चौकी इंचार्ज की गिरेबान पकड़ खींचा गया, जिससे महिला और चौकी इंचार्ज दोनों गिर गए, जिसका वीडियो संगलग्न है। इसी वीडियो से स्क्रीनशॉट लेकर और वायरल कर घटना को दूसरा रूप देने की कोशिश की जा रही है। महिलाओं द्वारा पुलिस पर मारपीट व बदतमीजी का आरोप लगाया जा रहा है। उपरोक्त प्रकरण की संपूर्ण व निष्पक्ष जांच के लिए चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करते हुए क्षेत्राधिकारी से जांच कराई जा रही है।'
इस बयान के साथ पुलिस ने कुल 8 सेकंड का एक वीडियो भी शेयर किया है , जिसमें देखा जा सकता है कि महिला जमीन पर लेटी हुई है और चौकी इंचार्ज उसके ऊपर है। महिला ने उनकी गिरेबान पकड़ रखी है। एक अन्य महिला और पुरुष चौकी इंचार्ज को महिला से छुड़ाते हैं जिसके बाद वो उठकर चले जाते हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर कहा, 'उप्र में भाजपा सरकार के कृपापात्र बने कुछ पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार से प्रदेश की समस्त पुलिस की छवि धूमिल होती है। भाजपा के शासन में दुशासन की कमी नहीं। घोर निंदनीय!'