- कोरोना के समय में बच्चों को बाहर जाने से रोकना आपके लिए मुश्किल भरा हो सकता है
- इस मुश्किल घड़ी में पेरेंट्स ही बच्चों के दोस्त, टीचर, गाइड सब कुछ हैं
- इस दौरान बच्चों का विशेष तौर पर ध्यान रखें इसके लिए बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है
कोरोना महामारी के दौर में अपने बच्चे के प्रति आपकी ज़िम्मेदारी और बढ़ गई है। पहले तो आपकी आधी ज़िम्मेदारी स्कूल और ट्यूशन क्लास बांट लेते थे, लेकिन अब आप ही माता-पिता, दोस्त, शिक्षक सब हैं। ऐसे में कैसे रखें अपने बच्चे का ख्याल आइये, जानते हैं।
आउटडोर नहीं इनडोर गेम
आपसे बेहतर ये कोई नहीं समझ सकता कि 24 घंटे घर में रहना कितना मुश्किल है। बच्चे तो आखिर बच्चे हैं। कोरोना के समय में बच्चों को बाहर जाने से रोकना आपके लिए मुश्किल भरा हो सकता है। उन्हें बाहर खेलने जाने से रोकें। आप भी अभी घर में हैं, तो उनके साथ आप खुद भी खेलें। आप अपने बच्चों के साथ घर में ही लूडो, चेस आदि खेलें।
लॉकडाउन का मतलब मोबाइल नहीं
कोरोना महामारी में अधिकतर माता-पिता बच्चों से अपनी जान छुड़ाने के लिए उन्हें मोबाइल पकड़ा देते हैं। आपके मोबाइल देने से बच्चा घर में रहकर भी बाहरी दुनिया से जुड़ जाता है। इससे आपके और उसके बीच तालमेल होने की बजाय एक दूरी बन जाती है। इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि बच्चे की दुनिया आप हैं वो मोबाइल नहीं। दिनभर में एक समय तय कर लें, उसी समय में बच्चे को मोबाइल दें।
स्वच्छता का पढाएं पाठ
कोरोना के चलते आज स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। बच्चा घर से बाहर भले ही नहीं जा रहा है, लेकिन उसे साफ़-सुथरे तरीके से रहना सिखाएं। दिनभर में कई बार उसे साबुन से हाथ धोने के लिए कहें। किसी भी फल को खाने से पहले उसे बच्चे को धोने की आदत डालें। बच्चे को प्रतिदिन नहाने से लेकर साफ़ कपड़े पहनने की आदत डालें। आमतौर पर घर पर रहकर लोग आलसी हो जाते हैं. इसका असर बच्चे पर भी पड़ता है।
ऐसे करें ऑनलाइन क्लास में मदद
कोरोना के इस संकट काल में कई महीने से स्कूल बंद है। कुछ समय से बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हुई है। ऐसे में बच्चों के लिए ये मुसीबत बन गया है। उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। कुछ बच्चे तो ऑनलाइन पढ़ाई को गंभीरता से नहीं लेते। कई बार वो कोई न कोई बहाना बनाकर पढ़ने से जी चुराते हैं। इसमें आप उनकी मदद करें। क्लास में आप उनके साथ बैठें। अगर कोई बड़ा भाई या बहन है, तो उससे बच्चे की मदद करने के लिए कहें।इससे धीरे-धीरे बच्चे का ध्यान लगेगा।
घर के काम में बच्चों की सहभागिता
ये वक्त भले ही मुश्किलों वाला हो, लेकिन इसमें से आप कुछ फैमिली टाइम चुरा सकते हैं। बच्चों को घर की साफ़-सफाई से लेकर किचन के काम में हाथ बंटाने को कहें। इससे आप दोनों एक साथ अधिक समय बिता पाएंगे। इस तरह से आप अपने बच्चे को घर से जुड़े कई काम सिखा भी सकते हैं।