- चावल और गेहूं दोनों भारतीय व्यंजनों के अभिन्न अंग हैं।
- दोनों स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं
- जानिए रोटी और चावल खाने का बेस्ट टाइम क्या है।
एक बैलेंस डाइट में रोटी और चावल दोनों शामिल होते हैं। आमतौर पर भारतीय थाली में कम से कम चावल की एक चीज और सिर्फ गेंहू से बना एक रेसिपी शामिल होता है। ज्यादातर लोग प्लेन चावल, जीरा राइस, बिरयानी या फिर रोटी, पूरी जैसी चीजें शामिल होती हैं। इस थाली में रोटी, चावल के अलावा सब्जी, दाल या फिर एक डेजर्ट भी परोसा जाता है। लेकिन क्या आप दिन के किसी भी समय में गेहूं और चावल दोनों का सेवन कर सकते हैं। अगर नहीं तो क्या आपको पता है कि गेंहू और चावल से बने व्यंजनों को कब खाना चाहिए?
चावल और गेहूं दोनों भारतीय व्यंजनों के अभिन्न अंग हैं और इसे सदियों से उपयोग किया जा रहा है। दोनों स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, साथ ही यह महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर हैं। इसलिए दिन के समय दोनों का सेवन करना चाहिए। लगभग सौ ग्राम चावल में 5 मिलीग्राम सोडियम, 40 मिलीग्राम पोटेशियम और 2.5 ग्राम प्रोटीन होता है। इसमें विटामिन बी -6, मैग्नीशियम और आयरन भी होता है। दाल के साथ दोपहर के भोजन के लिए एक कटोरी चावल और रोटियों के अलावा अन्य चीजें एक शानदार भोजना का हिस्सा हैं। ऐसे में एक चम्मच घी डालकर न सिर्फ चावल को स्वादिष्ट बल्कि सेहतमंद भी बना सकते हैं।
गेहूं भी चावल की तरह ही हेल्दी होता है और भारत में अलग अलग तरीके से रोटी बनाई जाती है। बता दें कि रात में बहुत कम लेकिन बेहद पौष्टिक भोजन करना महत्वपूर्ण है। इसलिए रात में चावल के बजाय रोटी खाना सही माना जाता है, क्योंकि बिस्तर पर जाने से पहले शरीर को पोषण देना आवश्यक है। रोटी खाने से आपके पेट भरा महसूस करेगा और यह शरीर को सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करेगा।
एक भारतीय थाली उन सभी महत्वपूर्ण चीजों से भरपूर होता है जो एक शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसलिए दिन के दौरान पूर्ण थाली और रात में रोटी से युक्त हल्का भोजना बेहतर होता है।