- भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हर साल जन्माष्टमी मनाई जाती है।
- इस दिन लोग व्रत रखते हैं और रात 12 बजे जन्म उत्सव मनाकर व्रत तोड़ते हैं।
- वृन्दावन या मथुरा में जन्माष्टमी का त्यौहार भव्य रूप में मनाया जाता है।
Happy Krishna Janmashtami 2022 Wishes Hindi Shayari, Images, Messages: जन्माष्टमी त्योहार का इंतजार लोगों को बेसब्री से रहता है। क्योंकि, यह देश का प्रमुख त्योहार है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस त्योहार को अलग-अलग अंदाज में धूम-धाम से मनाया जाता है। वृन्दावन या मथुरा में जन्माष्टमी का त्यौहार भव्य रूप में मनाया जाता है। इस साल 18 अगस्त और 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाया जाएगा। लोगों ने अभी से जन्माष्टमी की मुबारकबाद देनी शुरू कर दी है। तो आप भी पीछे ना रहें और सबसे पहले अपनें दोस्तों, रिश्तेदारों और जानने वालों को इन मैसेज, शायरी, के जरिए जन्माष्टमी की शुभकामनाएं भेजें।
वृन्दावन की खुशबू
राधा कृष्ण का प्यार
कन्हैया का नटखटपन
मां यशोदा की फटकार
मुबारक हो आप सबको
यशोदा के घर लल्ला
माखन चोर है आयो रे
शुभ घड़ी है देखो आयी
गोकुल में खुशियां छायो रे
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास
माखन का स्वाद और गोपियों का रास
सब मिलके बनाता है जन्माष्टमी का दिन खास।
गोकुल में है जिनका वास
गोपियों संग रचाए जो रास
देवकी यसोदा जिनकी मैया
ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया।
माखन चोर नन्द किशोर
बांधी जिसने प्रीत की डोर
हरे कृष्ण हरे मुरारी
पूजती जिन्हें दुनिया सारी
आओ उनके गुण गाएं सब मिल के जन्माष्टमी मनाएं
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो
दिल की हर इच्छा पूरी होगी
कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ
उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी।
कन्हैया हमारे दुलारे, वही सबसे प्यारे,
माखन के लिए झगड़ जाए, गोपियां देखकर आकर्षित हो जाए,
लेकिन सबके रखवाले, तभी तो सबसे दुलारे।।
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं
ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी है
और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है।।
देखो फिर जन्माष्टमी आयी है,
माखन की हांडी ने फिर मिठास बढ़ाई है,
कान्हा की लीला है सबसे प्यारी,
वो दे तुम्हें दुनिया की खुशियां सारी।
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे,
मेरी सांसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे,
लौट आओ मोहने किस बात पे अड़े हो,
मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो।।
चंदन की खुशबू और रेशम का हार,
सावन की सुगंध और बारिश की फुहार,
राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार,
मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार।।
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास ,
सब मिलके बनाते हैं जन्माष्टमी का दिन खास।
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल,
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल,
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर,
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।
माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
खुशी मनाओ उसके जन्मदिन की,
जिसने दुनिया को प्रेम का पाठ पढ़ाया।
कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है,
वो दुनिया के किसी कोने में नहीं,
जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है,
मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं।
चन्दन की खुशबू रेशम का हार,
सावन की सुगंध और बारिश की फुहार,
राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार,
मुबारक हो आप सबको जन्माष्टमी का त्योहार।
बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दोबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।
श्री कृष्ण के कदम आपके घर आएं,
आप खुशियों के दीप जलाएं,
परेशानी आपसे आंख चुराए
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास,
सब मिलके बनता है जन्माष्टमी का दिन खास,
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं
ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी है
और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले
पलकें झुकें और नमन हो जाए
मस्तक झुके और वंदन हो जाए
ऐसी नजर, कंहां से लाऊं मेरे कन्हैया
आपको याद करूं और आपके दर्शन हो जाए।।
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे,
मेरी सांसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे,
लौट आओ मोहने किस बात पे अड़े हो,
मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो।।
चंदन की खुशबू और रेशम का हार,
सावन की सुगंध और बारिश की फुहार,
राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार,
मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार।
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो
दिल की हर इच्छा पूरी होगी
कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ
उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा,
एक मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।
हैप्पी जन्माष्टमी 2022
कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है
वो दुनिया के किसी कोने में नहीं
जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है
मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं