- जन्माष्टमी का धूम-धाम से यानी भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया जाता है।
- हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी मनाई जाती है।
- इस मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
Happy Krishna Janmashtami 2022 Wishes Whatsapp Status and Images Download in Hindi: भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी का पर्व पूरा देश मना रहा है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। आप भी इन मैसेज, कोट्स, शायरी, व्हाट्सअप स्टेट्स, वॉलपेपर के जरिए जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जानने वालों को इन मैसेज, कोट्स, श्लोक, दोहों, कविताओं के जरिए जन्माष्टमी की शुभकामनाएं भेजें। हम आपके लिए जन्माष्टमी पर लेकर आए हैं एक से एक मजेदार मैसेज, कोट्स, शायरी, संदेश, लड्डू गोपाल की तस्वीरें, जिन्हें भेजकर आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जानने वालों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
चन्दन की खुशबू रेशम का हार,
सावन की सुगंध और बारिश की फुहार,
राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार,
मुबारक हो आप सबको जन्माष्टमी का त्योहार।
गोविंद जय जय, गोपाल जय जय
राधा रमण हरी, गोविंद जय जय।
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!
माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने सबको नचाया,
खुशी मनाओ उनके जन्मदिन की,
जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया।
जन्माष्टमी 2022 की शुभकामनाएं।।
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो
दिल की हर इच्छा पूरी होगी,
कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ
उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी,
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास ,
सब मिलके बनाते हैं जन्माष्टमी का दिन खास।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दोबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।
जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल,
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल,
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर,
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।।
जन्माष्टमी 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं।
गोकुल में जो करे निवास, गोपियों संग जो रचाये रास,
देवकी-यशोदा जिनकी मैया, ऐसे हमारे किशन कन्हैया।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
खुशी मनाओ उसके जन्मदिन की,
जिसने दुनिया को प्रेम का पाठ पढ़ाया।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है,
वो दुनिया के किसी कोने में नहीं,
जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है,
मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं।
जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।
गोकुल में जो करे निवास
गोपियों संग जो रचाए रास
देवकी यशोदा जिनकी मइया
ऐसे हमारे कृष्ण कन्हैया।।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
कृष्ण की महिमा
कृष्ण का प्यार
कृष्ण में श्रद्धा
कृष्ण से संसार
मुबारक हो जन्माष्टमी का त्योहार
श्री कृष्ण के कदम आपके घर आएं,
आप खुशियों के दीप जलाएं,
परेशानी आपसे आंख चुराए
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।।
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास,
सब मिलके बनता है जन्माष्टमी का दिन खास,
जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।
हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,
कुछ तो असर होता है दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी ना होती।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
लोगों की रक्षा करने,
एक अंगुली पर पहाड़ उठाया,
उसी कन्हैया की याद दिलाने
जन्माष्टमी का पावन दिन आया।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
वृन्दावन की खुशबू
राधा कृष्ण का प्यार
कन्हैया का नटखटपन
मां यशोदा की फटकार
मुबारक हो आप सबको
जन्माष्टमी का त्यौहार।
यशोदा के घर लल्ला
माखन चोर है आयो रे
शुभ घड़ी है देखो आयी
गोकुल में खुशियां छायो रे
जन्में हैं कृष्ण कन्हैया
नंद फूले न समायो रे ।
चंदन की खुशबू और रेशम का हार,
सावन की सुगंध और बारिश की फुहार,
राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार,
मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार।
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो
दिल की हर इच्छा पूरी होगी
कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ
उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी।
कन्हैया हमारे दुलारे, वही सबसे प्यारे,
माखन के लिए झगड़ जाए, गोपियां देखकर आकर्षित हो जाए,
लेकिन सबके रखवाले, तभी तो सबसे दुलारे।
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं
ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी है
और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है।
बाल रूप है सब को भाता माखन चोर वो कहलाया है,
आला आला गोविंदा आला बाल ग्वालों ने शोर मचाया है,
झूम उठे हैं सब ख़ुशी में, देखो मुरली वाला आया है,
गोकुल में है जिनका वास
गोपियों संग रचाए जो रास
देवकी यसोदा जिनकी मैया
ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया।
माखन चोर नन्द किशोर
बांधी जिसने प्रीत की डोर
हरे कृष्ण हरे मुरारी
पूजती जिन्हें दुनिया सारी
आओ उनके गुण गाएं सब मिल के जन्माष्टमी मनाएं
पलकें झुकें और नमन हो जाए
मस्तक झुके और वंदन हो जाए
ऐसी नजर, कंहां से लाऊं मेरे कन्हैया
आपको याद करूं और आपके दर्शन हो जाए।।
देखो फिर जन्माष्टमी आयी है,
माखन की हांडी ने फिर मिठास बढ़ाई है,
कान्हा की लीला है सबसे प्यारी,
वो दे तुम्हें दुनिया की खुशियां सारी।
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे,
मेरी सांसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे,
लौट आओ मोहने किस बात पे अड़े हो,
मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो।
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।
हो काल-गति से परे चिरंतन अभी वहां थे, अभी यहां हो,
कभी धरा पर, कभी गगन में, कभी कहां थे, कभी कहां हो,
तुम्हारी राधा को भान है तुम सकल चराचर में हो समाये
बस एक मेरा है भाग्य मोहन कि जिसमें हो कर भी तुम नही हो।।
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास
माखन का स्वाद और गोपियों का रास
सब मिलके बनाता है जन्माष्टमी का दिन खास।