- भाद्र पद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत आता है
- यह व्रत गौरी-शंकर को समर्पित है
- इस व्रत पर मेहंदी लगाने की परंपरा भी है
इस साल 21 अगस्त को हरतालिका तीज व्रत रखा जा रहा है। पंचांग के मुताबिक इस व्रत को भाद्र पद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। गौरी शंकर को समर्पित यह व्रत महिलाएं और कन्याएं रखती हैं। सुहाग और अच्छे वर के लिए रखे जाने वाले इस व्रत पर मेहंदी लगाने की प्रथा भी है।
क्यों लगाते हैं तीज पर मेहंदी
तीज का पर्व खुशी और सुहाग से जुड़ा है। मान्यता है कि इसी दिन ही देवी पार्वती ने कठिन व लंबे तप के बाद शिव जी को पाया था। इस वजह से सुहागिनें भी इस व्रत को पूरी श्रद्धा से करती हैं और यहीं से सुहाग का प्रतीक मेहंदी भी इसके साथ जुड़ गई है।
तीज पर कैसी मेहंदी लगा सकती हैं
तीज पर घर पर भी मेहंदी लगाई जाती है तो बाजार में भी इसकी रौनक खूब नजर आती है। देर रात तक महिलाओं के मेहंदी लगवाने का सिलसिला चलता है। हालांकि कोरोना की वजह से बाहर जाना अभी सही नहीं रहेगा। ऐसे में कुछ आसान से मेहंदी डिजाइन आप घर पर भी बना सकती हैं।
स्टिकर और टैटू मेहंदी
अगर आपको मेहंदी लगाना नहीं आता है या फिर इसके लिए समय नहीं मिल पा रहा है तो आप स्टिकर या टैटू मेहंदी के बारे में सोच सकती हैं। ये मेहंदी बहुत सुंदर भी दिखती है। खास बात ये है कि इसका कलर आप अपनी ड्रेस से मैच भी कर सकती हैं।
या फिर लगाएं ये आसान डिजाइन
डॉट और गोल, फूल, बेल पत्ती - ये सब डिजाइन आप आराम से बना सकती हैं। ये पारंपरिक भी हैं और देखने में भी सुंदर लगते हैं। यदि आप अपने पति को खास फील करवाना चाहती हैं, तो अपने हाथों में उनका नाम लिखकर मेहंदी का कोई हल्का डिजाइन बना सकती हैं।
तो तीज पर बनाएं से सुंदर मेहंदी डिजाइन। ध्यान रखें कि मेहंदी को पूरी तरह सूखने के बाद ही हटाएं। अगर एकदम से गहरा रंग चाहती हैं तो मेहंदी हटाने के बाद सरसों का तेल या फिर लौंग का तेल लगाएं।