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मुंबई नहीं, ये गोरखपुर का मरीन ड्राइव 'रामगढ़ ताल' है जनाब

Updated May 12, 2022 | 17:29 IST

यूपी का शहर गोरखपुर अब काफी बदल गया है। रामगढ़ ताल आज पूर्वांचल का मरीन ड्राइव बन चुका है। इसके अलावा भी यहां सैर सपाटे के लिहाज से कई जगह है।

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रामगढ़ ताल में रात 11 बजे तक बोटिंग की जा सकती है।
मुख्य बातें
  • यूपी का गोरखपुर अब काफी बदल गया है
  • रामगढ़ताल में रात 11 बजे तक बोटिंग की जा सकती है।
  • रामगढ़ ताल का सौन्दर्यीकरण मरीन ड्राइव का मजा देता है

Ramgarh Tal Gorakhpur: कल तक उपेक्षा का शिकार गोरखपुर का रामगढ़ ताल आज पूर्वांचल का मरीन ड्राइव बन चुका है। इसकी छटा देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। शाम ढलते ही ताल के किनारे जुटने वाली भीड़ इसकी बढ़ रही लोकप्रियता की तस्दीक है। शहर के दक्षिणी-पूर्वी छोर पर 1700 एकड़ क्षेत्र में फैला रामगढ़ ताल गोरखपुर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है। रामगढ़ ताल का सौन्दर्यीकरण मरीन ड्राइव का मजा देता है। फिलहाल ताल को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार के अलावा एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल) ने भी संभाल रखी है। एनजीटी की सक्रियता के चलते ही ताल के 500 मीटर के दायरे में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है।

रामगढ़ताल में रात 11 बजे तक बोटिंग की जा सकती है। रात में बोटिंग का समय बढ़ाने के साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सभी बोट संचालकों को सुरक्षा मानकों का भी पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया है। जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि गोरखपुर एवं आसपास के जिलों से रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक, रामगढ़ताल क्षेत्र में भ्रमण के लिए आते हैं। बीते वर्षों में यह पूर्वांचल में बड़ा पिकनिक स्पॉट हो गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से आर्नामेंटल लाइट के बीच स्पीकर भी लगाए गए हैं। यहां सुबह-शाम भजन बजते हैं और दिन के समय संगीत की धुन सुनाई देती है। रामगढ़ ताल के किनारे कई सेल्फी प्वाइंट बन गए हैं उसी में से एक है "I LOVE GORAKHPUR"

ताल में 25 इलेक्ट्रिकल फव्वारे लगाये गये हैं, जो ताल की खुबसूरती तो बढ़ाते हैं। नौकायान पर लोग बोटिंग का मजा लेते हैं, साथ ही यहां सुबह के वक्त शहर के लोग योगा तक करते हैं। 90 के दशक में जब वीर बहादुर सिंह मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने रामगढ़ ताल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की, जो 1989 में उनके असामयिक निधन से अधर में लटक गई। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश का नेतृत्व संभाला तो उन्होंने ताल की कीमत को एक फिर बार समझा और इसे लेकर नई योजनाएं बनाईं और लंबित योजनाओं को पूरा करने का संकल्प लिया।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता है। पांच साल में बदलते गोरखपुर को सभी लोगों ने देखा है। यह नया गोरखपुर है। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां खाद कारखाना और एम्स का उद्घाटन किया है। अब जल्द ही यहां मेट्रो भी आने वाली है और रामगढ़ ताल में सी प्लेन भी उतरने वाला है। हमारा संकल्प नए उमंग से गोरखपुर को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगढ़ताल पर चालीस करोड़ की लागत से बनने वाले वाटर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का भी शिलान्यास किया है।