- अनुपमा की तरह आदर्श सास बनने के लिए बहू की ख्वाहिशों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए
- बहू को हमेशा बेटी की तरह समझना चाहिए
- आदर्श सास बनने के लिए हमेशा पॉजिटिव चीजें सोचनी चाहिए
Relationships Tips: हर महिलाएं अपनी संतान को बराबर प्यार करती हैं चाहे वह बेटा हो या बेटी। लेकिन शादी होने के बाद वही महिला अपनी बहू के साथ अलग तरह का व्यवहार करने लगती हैं। जिसकी वजह से दोनों के रिश्ते में खटास आ जाती है। एक आदर्श बहू अपनी सास में मां की छवि देखना पसंद करती है। वह अपने हर सुख-दुख को अपनी सास को बतलाना चाहती है, लेकिन सास के खराब बर्ताव के कारण वह अपनी मन की बात मन में ही दबाकर रख लेती हैं। यदि आप एक आदर्श सास की तरह अपनी बहू के सामने पेश आएं, उनसे अच्छी तरह बातें करें, उनके तकलीफों को दूर करने में उनकी मदद करें, तो शायद आप दोनों का रिश्ता मां बेटी के रिश्ते की तरह बनकर दुनिया के लिए एक मिसाल बन सकता है। यदि आप वाकई में अपनी बहू को बेटी की तरफ प्यार करती हैं और एक आदर्श सास बनना चाहती हैं, तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। इसे पढ़ने के बाद आप को आदर्श सास बनने के लिए खुद में क्या बदलाव लाना चाहिए इसके विषय में जान सकेंगी। तो आइए चले आदर्श सास बनने के खास बातों को जानने।
कैसे बनें अनुपमा की तरह अच्छी सास
1. परिस्थिति को समझने की कोशिश करें
बेटे के शादी होने के बाद सास खुद को अकेला महसूस करने लगती है। वह अपनी बहू के साथ खड़ा व्यवहार करने लगती है। यदि आप कभी भी ऐसा महसूस करें, तो सीधे बच्चे से बात करने की कोशिश करें। ऐसा करने से शायद आपका बहू के साथ रिश्ता खराब नहीं होगा।
2. हमेशा पॉजिटिव रहें
अपनी बहू या दामाद के बारे में बात करते समय हमेशा पॉजिटिव बात करें। ऐसी बात करने से आपके रिश्तेदारों को सुनने में अच्छा लगेगा। वह आपके साथ अच्छा संबंध बनाकर रखेंगे और बहू और सास के रिश्तो में कभी दूरियां नहीं आएंगी।
3. ज्यादा जिज्ञासु बनने की कोशिश ना करें
आपके बच्चे और उनके जीवन साथी अपनी जिंदगी में क्या कर रहे हैं उनके पीछे उनके बारे में जाने की कोशिश ना करें। ऐसा करने से शायद उन्हें बुरा लग सकता है और आपका रिश्ता खराब हो सकता है।
4. बहू के साथ हमेशा बेटी की तरह व्यवहार करें
यदि आप अपनी बहू के साथ बेटी की तरह व्यवहार करेंगे करें या उन्हें कुछ अच्छा गिफ्ट खरीद कर दे, आपका रिश्ता हमेशा मां बेटी की तरह बना रह सकता हैं।
5. बहू को समझें
बहू की बातों को नजर अंदाज करने के बजाय ध्यान से सुनें। उनकी बातों को पूरा करने की कोशिश करें या उन्हें बेटी जैसा प्यार दें, तो शायद आपका रिश्ता समाज में मिसाल के तौर पर याद किया जा सकता है।