- साबूदाने के पापड़ खाकर भूल जाएंगे बाजार के पापड़
- पापड़ को बनाने के लिए तैयार करें गाढ़ा पेस्ट
- पापड़ बनाने के बाद 2-3 दिन की धूप में सुखाना है जरूरी
Sabudana Papad: आपने आलू का पापड़, दाल का पापड़ और चावल का पापड़ तो जरूर खाया होगा, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं साबूदाना के टेस्टी पापड़ बनाने की विधि के बारे में, जिसे खाकर आप बाजार के पापड़ खाना भूल जाएंगे। पापड़ एक ऐसा फूड है, जो मेन डिश तो नहीं है, पर खाने के साथ खाई जाने वाली साइड डिश जरूर है। साबूदाने से बने इस पापड़ को चाय के साथ या हल्की भूख में स्नैक्स के तौर पर भी खाया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं साबूदाना से बने टेस्टी पापड़ की रेसिपी के बारे में, जिससे आप मिनटों में घर पर ही आसानी से पापड़ को तैयार कर सकते हैं और जब मन करें, तब खा सकते हैं-
घर पर कैसे बनाएं साबूदाना पापड़ ?
आवश्यक सामग्री
एक कप साबूदाना
एक कप साबूदाने के लिए 4 कप पानी
एक बड़ी चम्मच चिली फ्लैक्स
एक बड़ी चम्मच काली मिर्च
नमक स्वादानुसार
साबूदाना को भिगोकर रखें
साबूदाने के पापड़ बनाने के लिए सबसे पहले साबूदाने को भिगोना जरूरी होता है। इसके लिए साबूदाने को सबसे पहले 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। साबूदाने के फूल जाने के बाद इसे छानकर पानी से अलग कर लें।
भीगे हुए साबूदाने को गर्म पानी में उबालें
अब गैस पर 4 कप पानी डलकर गर्म करें। पानी के गर्म होने के बाद इसमें भीगे हुए साबूदाने को डाल दें। चम्मच से अच्छे से चलाने के बाद अब इसमें चिली फ्लैक्स, काली मिर्च का पाउडर और नमक डालकर अच्छे से चलाएं और अच्छे से पकने दें।
मिक्सचर को गाढ़ा होने तक पकाएं
साबूदाना और सारी सामग्री जब अच्छे से मिल जाए और मिक्सचर गाढ़ा होने लगे, तो गैस को बंद कर दें। अब इस मिक्सचर को 10-15 मिनट तक ठंडा करें। मिक्सचर के ठंडा होने के बाद तैयार मिश्रण को पर्चमेंट के पेपर पर डाल दें और फिर ऊपर से शीट लगा दें और इस पेस्ट को पापड़ की तरह बेलें और तैयार हैं आपके घर के बने शुद्ध पापड़। पापड़ को बेलने के बाद इन्हें 2-3 दिन के लिए धूप में सूखने के लिए रख दें।
धूप में सुखाने के बाद जब मन हो तब खाओ
धूप में अच्छे से पापड़ के सूखने के बाद अब आप जब चाहे, तब इन्हें खा सकते हो। आप चाहे तो इन्हें तेल में तल सकते हैं और अगर आपको ऑयली पापड़ नहीं खाने हैं, तो आप इन्हें ओवन में भी बेक कर सकते हैं। ध्यान रखें कि पापड़ को सुखाने के बाद एयरटाइट डिब्बे में बंद करके ही रखें अन्यथा इनमें सीलन आ सकती है।