- कोलुक्कुमालै चाय एस्टेट दुनिया का सबसे ऊंचा टी गार्डन है
- बहुत बेहतरीन है नीलगिरि पहाड़ की चाय की खूशबू
- पालम में 19वीं सदी में टी-गार्डन की स्थापना की गई थी
ज्यादातर लोग चाय पीने के शौकीन होते हैं और उन्हें चाय की महक भी काफी पसंद होती है। अगर आप भी चाय लवर हैं तो आज हम आपको बताएंगे घूमने-फिरने की ऐसी जगहों के बारे में जहां जाकर आपका दिल खुश हो जाएगा। यहां हम आपको भारत के खूबसूरत टी-गार्डन के बारे में बताएंगे। जहां घूमने से आपको प्राकृति की सुंदरता देखने को मिलेगी।
जोरहट, असम
जोरहट भारत के असम राज्य का एक जिला है। जोरहट को अक्सर विश्व की चाय की राजधानी भी कहा जाता है। यह भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है। जहां मॉल्टी असमिया चाय ज्यादातर ब्रह्मपुत्र घाटी में उगाई जाती है।
पालमपुर
पालम में 19वीं सदी में टी-गार्डन की स्थापना की गई थी। यहां वाह टी एस्टेंट कांगड़ा घाटी में चाय का सबसे बड़ा एस्टेंट है। पालमपुर सहकारी चाय कारखाना पर्यटकों का स्वागत करता है और कारखाने में घूमने-फिरने का मौका भी देता है।
दार्जिलिंग
दार्जिलिंग भारत का सबसे पॉपुलर हिल स्टेशन होने के साथ-साथ प्रमुख टी गार्डन का क्षेत्र भी है। वहां हर तरफ चाय की खेती होती है। यहां की चाय की खास बात यह है कि यह हल्के रंग की होती है और इसमें से फूलों की महक भी आती है। दार्जिलिंग में भारत के कुल चाय का लगभग 25 प्रतिशत उत्पादन होता है। यहां आपको हैप्पी वैली टी एस्टेट देखने को मिलेगा।
कोलुक्कुमालै
तमिलनाडु में स्थित कोलुक्कुमालै चाय एस्टेट दुनिया का सबसा ऊंचा टी गार्डन कहा जाता है। यह चाय अपने अनुठे स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। यह मुन्नार शहर से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां घूमने से आपको शांति और खुशनुमा एहसास मिलेगा।
नीलगिरी पहाड़, तमिलनाडू
भारत में नीलगिरि पहाड़ इसलिए मशहूर है क्योंकि यहां 100 साल से चाय उगाई जा रही है। नीलगिरि पहाड़ पर कई तरह के चाय के पौधे होते हैं जिनकी खुशबू बेहतरीन होती है। नीलगिरी के पास कुनूर है जहां पर पर्यटक कई सुंदर टी-गार्डन का मजा लें सकते हैं।