- कहानियों की मदद से बच्चों के अंदर डाले जा सकते हैं संस्कार
- कहानी सुनने से बच्चों की रचनात्मक सोच दृढ़ होने लगती है
- कहानियां सुनने से बच्चों का शब्दकोश मजबूत होता है
बच्चे हो या बूढ़े, कहानियां एक ऐसी चीज है जो हर किसी का ध्यान अपनी तरफ केंद्रित कर लेती है। कहानियों के अंदर इतनी शक्ति होती है कि वह एक इंसान को दूसरी दुनिया में ले जाती है। आपको तो याद ही होगा कि कैसे आप अपनी दादी और नानी से कहानियां सुनने के लिए सब कुछ छोड़-छाड़कर उनके पास आ जाते थे। आज कल की दुनिया में सब डिजिटल हो गया है, बच्चे अब दादी-नानी से नहीं बल्कि मोबाइल और लैपटॉप में कहानियां सुनते हैं। जमाना कितना मॉडर्न क्यों ना हो जाए लेकिन कहानी हमेशा से इंसान को रोचक लगती थी और हमेशा लगती रहेगी।
इस अस्त-व्यस्त जीवन में माता-पिता अपने बच्चों के साथ कम समय बिता पाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि बच्चों को कम उम्र से ही अच्छी शिक्षा दी जाएं। अगर आप अपने बच्चों से काम की वजह से दूर रहते हैं तो थोड़ा सा समय उनके लिए निकालिए और कहानियों के माध्यम से उन्हें अच्छी बातें सिखाइए। आपकी बातों से या डांट से हो सकता है बच्चे किसी बात को अच्छी तरह से ना समझें लेकिन कहानियों के माध्यम से अगर आप अपने बच्चे को कोई चीज समझाएंगे तो वह अवश्य समझेंगे।
यहां जानिए कि बच्चों के लिए कहानियां सुनना क्यों जरूरी है और इसके क्या लाभ हैं।
1. रचनात्मक और कल्पनात्मक सोच में विकास
कहानियां सुनते समय हम अपने ख्यालों में ही अपनी दुनिया गढ़ने लगते हैं। यह कौशलता बच्चों के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इससे उनकी रचनात्मक सोच और कल्पनात्मक शक्ति बढ़ने लगती है। वह कहानियों में जो सुनते हैं उसकी छवि उनके दिमाग में बनने लगती है जो उनको कई बातें समझने में मदद करती है।
2. कहानियां सुनने से शब्दकोश होता है मजबूत
कहानियों को और रोचक बनाने का काम शब्द करते हैं। अगर आप अपने बच्चों को रोजाना कहानी सुनाएंगे तो उनके शब्द भंडार में वृद्धि होती रहेगी और उनकी भाषा सुधरेगी। कहानियां सुनने के दौरान बच्चे कई शब्दों का अर्थ आपसे पूछते हैं, उनके सवालों को नजरअंदाज ना करें और उनका उत्तर दें। ऐसा करने से उनकी याद करने की क्षमता भी तेजी से बढ़ते रहेगी।
3. कल्पना शक्ति होती है विकसित
कहानियां सुनने के दौरान बच्चे अपने मन में कल्पना करते रहते हैं। कल्पना करते समय उनके मन में दृश्य बनने लगते हैं जो उनकी सोचने समझने की शक्ति में विकास करते हैं।
4. भाषा और व्यक्तित्व में आता है सुधार
रोज कहानियां सुनने से आपके बच्चों की भाषा सुधारने लगती है। कहानियों के माध्यम से वह तहजीब सीखते हैं। अगर आपकी कहानियां प्रेरणादायक होती हैं तो बच्चे उस कहानी के नायक की तरह व्यवहार करने लगते हैं जिसके मदद से उनके व्यक्तित्व में भी सुधार आता है।
5. संस्कृति से जुड़े रहते हैं बच्चे
अपनी संस्कृति को पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए कहानी एक सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। कहानियों के वजह से बच्चों के अंदर ना ही सिर्फ अपने संस्कृति और परंपराओं की समझ बढ़ती है बल्कि वह देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों की भी संस्कृति और परंपराओं के बारे में जान पाते हैं। इसीलिए बच्चों को ऐसी कहानियां सुनाना चाहिए जिनमें अपनी संस्कृति से जुड़े किससे हों।
6. सुनने की शक्ति होती है प्रगाढ़
ना ही सिर्फ बच्चे बल्कि बड़े भी अगर रोज कहानियां सुनेंगे तो उनकी सुनने की शक्ति तेज होगी और इसकी मदद से वह अपना ध्यान भी केंद्रित कर पाएंगे। ध्यान करने की शक्ति को अगर बढ़ाना है तो हमें बोलने से ज्यादा सुनना चाहिए।
7. चीजें सीखने की बढ़ती है लालसा
कहानियां सुनते समय बच्चे रोज नई चीजों से अवगत होते हैं। नई चीजों के बारे में सुनकर वह उनसे आधारित और बातें पूछने लगते हैं ऐसा करने से उनके अंदर सीखने की लालसा बढ़ती है।
इसीलिए बच्चों को रोज कहानियां सुनाना चाहिए। कहानियां सुनाने से अभिभावक और बच्चों के रिश्ते भी मजबूत होते हैं। कहानियों के माध्यम से बच्चे ऐसी कई चीजें सीख जाते हैं जो उनको ताउम्र काम आती है। इस डिजिटल जमाने में जहां बच्चे मोबाइल और लैपटॉप के पीछे भागते हैं आप कहानियां सुनाकर उनका ध्यान भटका सकते हैं और नई चीजें सिखा सकते हैं।