- मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर के गेट पर धारदार हथियार से दो पुलिस कांस्टेबल पर हमला किया था।
- उसने अंदर घुसने की कोशिश की थी। उसे बाद में पकड़ लिया गया था।
- पुलिस को पता चला कि वह ज्यादातर अपने में खोया रहता था और वह ज्यादा मुखर नहीं था।
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तजा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पहला रिएक्शन आया। उन्होंने कहा कि उसके पिता ने बताया था कि उन्हें एक मानसिक समस्या है, द्विध्रुवी मुद्दे से निपटने के लिए, मुझे लगता है कि हमें उस पर भी (जांच के लिए) ध्यान देने की जरूरत है। बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो अतिशयोक्ति करती है। मुर्तजा के पिता ने कहा था कि मेरे बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, 2017 से उसका इलाज चल रहा है।
गौर हो कि मुर्तजा अब्बासी ने रविवार शाम को प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर धारदार हथियार से दो पुलिस कांस्टेबल पर हमला किया था और अंदर घुसने की कोशिश की थी। उसे बाद में पकड़ लिया गया था। गोरखपुर में यह मंदिर कड़ी सुरक्षा के अधीन है, क्योंकि यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर आते-जाते रहते हैं और वह उसके महंत हैं।
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अधिकारी ने पुलिस के हवाले से बताया कि मुर्तजा अब्बासी को गिरफ्तार करने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने गोरखपुर में उसके घर पर छापा मारा और वहां से लैपटॉप एवं मोबाइल फोन बरामद किया, जिनमें विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक और (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) आईएसआई से जुड़े वीडियो हैं।
जब अधिकारी से नवी मुम्बई से जांच के संबंध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुर्तजा अब्बासी के आधार कार्ड पर उसका आवासीय पता मिलेनियम टावर, सानपाड़ा, नवी मुम्बई है। उन्होंने कहा कि उसी के आधार पर उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम वाशी के समीप सानपाड़ा में उस (मिलेनियम टावर) बिल्डिंग में गयी और टीम को पता चला कि (अब्बासी के आधार कार्ड पर जिस फ्लैट का जिक्र है वह) उसे 2013 में ही बेच दिया गया था।
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उन्होंने बताया कि अब्बासी के पिता मुनीर अब्बासी ने सीवुड्स डरावे में सेक्टर 50 में ताज हाइट्स अपार्टमेंट (वह भी नवी मुम्बई में ही है) में दूसरा फ्लैट खरीदा था। उन्होंने बताया कि एटीएस टीम एनआरआई थाने के अधिकारियों की मदद से उस फ्लैट पर गयी। तब पता चला कि अब्बासी परिवार अक्टूबर, 2020 में गोरखपुर रहने चला गया और उस फ्लैट को लॉकडाउन के दौरान मुस्लिम खान नामक एक व्यक्ति को किराये पर दे दिया गया था।
अधिकारी ने बताया कि मुनीर अब्बासी पिछले सप्ताह अपने फ्लैट पर आए और किरायेदार से फ्लैट खाली करवाया और फिर वह गोरखपुर लौट गये। उन्होंने कहा कि मुर्तजा अब्बासी के बारे में सूचनाएं जुटाने के दौरान पुलिस को पता चला कि वह ज्यादातर अपने में खोया रहता था और वह ज्यादा मुखर नहीं था।
गौर हो कि हमलावर युवक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई से 2015 में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुका है।