- बुधवार को केंद्र सरकार ने भेजा था प्रियंका गांधी को नोटिस
- इसके बाद कांग्रेस ने लगाया द्वेषपूर्ण राजनीति करने का आरोप
- बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ट्विटरिंग से नंबर नहीं बढ़ने वाले
प्रवासी मजदूरों के लिए बसें उपलब्ध कराने और आगरा मॉडल को लेकर आमने सामने आईं भाजपा-कांग्रेस एक बार फिर प्रियंका गांधी के बंगले को लेकर फ्रंट पर आ गई हैं। केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को दिल्ली के लोधी एस्टेट स्थिति बंगले को खाली करने का नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा और मोदी सरकार पर तुग़लकी फ़ैसले लेकर उन्हें डराने का आरोप लगाया, तो बचाव में भाजपा ने उन्हें नसीहत दे डाली।
रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि भाजपा व मोदी सरकार की कांग्रेस नेत्रत्व से अंधी नफ़रत तथा प्रतिशोध की भावना जग ज़ाहिर है। अब तो वह और औछी हरकतों व हथकंडों पर उतर आए हैं। प्रियंका जी का मकान ख़ाली कराने का नोटिस मोदीजी-योगीजी की बेचैनी दिखाता है। कुंठित सरकार के तुग़लकी फ़ैसलों से हम डरने वाले नहीं।
इस बयान का जवाब देते हुए यूपी भाजपा के प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने कहा- 'रणदीप जी! ट्विटरिंग से आपके नंबर नहीं बढ़ने वाले। लोधी रोड के बंगले से ट्रक पर सामान लोड फिर आगे कहीं अनलोड कराने में सहयोग कीजिये। हो सकता हो कुछ भला हो जाये।'
23 साल पहले अलॉट हुआ था बंगला
बता दें कि प्रियंका गांधी को यह बंगला 23 साल पहले अलॉट हुआ था। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रियंका गांधी वाड्रा को 21 फरवरी, 1997 यह बंगला मिला था, तब वह एसपीजी सुरक्षा घेरे में रहती थी। मोदी सरकार ने उनकी एसपीजी सुरक्षा हटा ली और उन्हें Z प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई। नियमानुसार एसपीजी प्रोटेक्शन की वजह से उन्हें यह बंगला अलॉट था जिसे अब सरकार वापस ले रही है।