- शुक्रवार तड़के कानपुर में पुलिस दल पर हुआ कातिलाना हमला
- हिस्ट्री-शीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी कानपुर पुलिस
- सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, कड़ी कार्रवाई का दिया आदेश
कानपुर : गैंगस्टर को दबोचने गई पुलिस दल पर घात लगाकर हमला करने वाले अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। अपराधियों की इस फायरिंग में पुलिस अधिकारी समेत आठ जवान शहीद हुए हैं। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है।
हिस्ट्री-शीटर विकास दुबे को दबोचने गई थी पुलिस
पुलिस के मुताबिक पुलिस दल हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को दबोचन के लिए बिकरू गांव गया था। यहां रास्ते में दुबे के गुर्गे पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। यहां पुलिस के पहुंचते ही अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमले में घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानपुर के एसएसपी ने बताया, 'विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास की शिकायत मिली थी। इसके बाद पुलिस की टीम उसे पकड़ने के लिए गई थी। तभी पुलिस दल पर हमला हुआ।'
मौके पर पहुंचा एसटीएफ
कानपुर जोन के एडीजी जेएन सिंह ने कहा, 'घटना के बाद हमने कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। आठ पुलिसकर्मियों की मौत हुई है और चार घायल हैं। कन्नौज और कानपुर देहात की पुलिस को भी बुला लिया गया है।' यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा, 'हिस्ट्री शीटर विकास दुबे के खिलाफ धारा 307 का केस दर्ज था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए गई है। पुलिस वाहनों को आगे बढ़ने से रोकने एवं रास्ते में बाधा खड़ी करने के लिए अपराधियों ने वहां जेसीबी खड़ी की थी। पुलिसकर्मी जैसे ही अपने वाहनों से नीचे उतरे तभी अपराधियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन अपराधी ऊंचाई वाली जगह पर थे। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है।'
अंंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए अपराधी
डीजीपी ने बताया कि इस हमले में करीब सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग गए। घटनास्थल पर फॉरेंसिक की टीम पहुंच गई है। लखनऊ से भी एक टीम भेजी जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपराधियों को दबोचने के लिए एसटीएफ को काम पर लगा दिया गया है। एसटीएफ के आईजी घटनास्थल जा रहे हैं। कानपुर की एसटीएफ पहले से ही वहां मौजूद हैं।