लखनऊ। मऊ से बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी को अक्टूबर के महीने में अदालत में पेश होना। करीब 50 पुलिसकर्मियों की टीम पंजाब के जेल पहुंची जहां वो बंद हैं। लेकिन मेडिकल का हवाला देकर वो अदालत में पेश होने से बच गए और पुलिसवाले बैरंग लौट गए। पंजाब जेल के मेकिल बोर्ड ने रिपोर्ट बनाई कि मुख्तार अंसारी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और उन्हें कम से कम तीन महीने रेस्ट की जरूरत है। लेकिन महिलाओं के लिए न्याय की बात करने वाली प्रियंका गांधी से गाजीपुर को मोहम्मदाबाद सीट से बीजेपी विधायक अल्का राय ने पत्र लिखकर सवाल पूछा है कि आखिर ऐसा क्यों हैं।
प्रियंका गांधी को खुला पत्र
अलका राय लिखती हैं वो विधवा हैं और पिछले 14 वर्षों से अपने पति और विधायक रहे कृष्णानंद राय की हत्या के खिलाफ इंसाफ की लड़ाई लड़ रही है। उस जुल्मी के खिलाफ जिसे आप की पार्टी और पंजाब राज्य में आपकी सरकार खुला संरक्षण दे रही है। उत्तर प्रदेश की तमाम अदालतों से मुख्तार अंसारी को तलब किया जा रहा है लेकिन पंजाब की सरलकार उसे उत्तर प्रदेश भेजने के लिए तैयार नहीं है। हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर मुझ जैसे सैकड़ों लोगों को इंसाफ से वंचिक किया जा रहा है।
आपकी पार्टी मुख्तार के साथ निर्लज्जता से खड़ी
यह बेहद शर्मनाक है कि आपकी पार्टी इतनी निर्लज्जता के साथ मुख्तार अंसारी जैसे दुर्दांत अपराधी के साथ खुलकर खड़ी है। कोई भी ये स्वीकार नहीं करेगा कि ये सबकुछ आपकी और राहुल जी की जानकारी के बगैर हो रहा है। उसने तमाम निर्दोषों की बेरहमी से हत्या की। अनेक माताओं और बहनों के सुहाग को उजाड़ा है, उसने तमाम बच्चों के सिर से साया छीना है।
उस क्षण का इंतजार जब मुख्तार को मिलेगी सजा
प्रत्येक पीड़ित को उस क्षण की प्रतीक्षा है जब मुख्तार जैसे दुर्दांत अपराधी को उसके किये की कड़ी सजा मिलेगी। इंसाफ की आस में हमारा हर दन व हर रात तिल तिल कर गुजर रहा है। आप खुद भी एक महिला है। ऐसे में मेरा आपसे विनम्रता से सवाल है कि आप ऐसा क्यों कर रही हैं। क्या आपको हम जैसी अबलाओं का दर्द नहीं दिख रहा। मेरी खुद की कहानी इस बाच का प्रमाण है कि कैसे कानून का मजाक उड़ा कर मुख्तार वर्षों से सुरक्षित बचा हुआ है। यह बेहद खेदजनक है आप और आपकी पार्टी मुख्तार जैसे घिनौने अपराधियों के साथ खुलकर खड़ी है