लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के विकास के लिए जितने तत्पर हैं उतने ही वे गरीब, किसान, बीमार लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। गरीबों की समस्याओं को सुनने के लिए सीओम योगी सीएम कार्यालय में जन सुनवाई तो करते ही हैं वहीं अब वे सोशल मीडिया के जरिए भी मदद मांगने वालों के लिए आगे आ रहे हैं।
दरअसल ब्लड कैंसर से पीड़ित इस छात्र ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम योगी से मदद की अपील की थी। वह आईआईटी रुड़की में शोध का छात्र है। सीएम योगी को जब इस बात की खबर लगी तो उन्होंने उस छात्र को 10 लाख रुपए की मदद की है। उन्होंने छात्र के परिवार से खुद संपर्क किया जो लखीमपुर के रहने वाले हैं।
10 लाख की सहायता देने के अलावा उन्होंने पीजीआई को छात्र के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए हैं। बताया जाता है कि छात्र के प्लेटलेट्स तेजी से कम होते जा रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही सीएम योगी ने फौरन नियमों में छूट देते हुए तत्काल प्रभाव से छात्र के लिए 10 लाख रुपए की मदद राशि जारी कर दी।
दरअसल पीड़िता छात्र आशीष कुमार दीक्षित का पीजीआई में इलाज चल रहा है उसके इलाज के लिए अधिक पैसों की जरूरत थी जिसके लिए आईआईटी के छात्रों ने सोशल मीडिया पर कैंपेनिंग शुरू की। आशीष कुमार दीक्षित के पिता लखीमपुर में एक वनकर्मी हैं।
चूंकि उसके पिता सरकारी नौकरी में हैं और उसे पढ़ाई में स्कॉलरशिप भी मिली थी इसके चलते इस प्रकार की सरकारी मदद मिलने में अड़चनें आ रही थी लेकिन बावजूद इसके सीएम योगी ने उसे परेशानी में देखकर इन नियमों में थोड़ी ढील देकर छात्र की मदद की।
योगी सरकार पर विपक्ष ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगा रहा है, लेकिन अपने इस कदम से उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सरकार जाति-धर्म से ऊपर उठकर काम कर रही है।