- कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है
- वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर पूरे प्रदेश में दो बार ड्राई रन चलाया गया
- पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगेगी
लखनऊ: पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाली कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी का टीका भारत में तैयार हो चुका है और टीकाकरण की कार्यवाही भी शुरू की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना की वैक्सीन पहुंच चुकी है और योगी सरकार ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य को अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से किया जाए। स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन अभियान में नोडल विभाग के रूप में कार्य करेगा। कोरोना वैक्सीनेशन अभियान कार्य प्रत्येक दशा में भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप पूरी प्रतिबद्धता से संचालित किया जाए।
यूपी के अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर पूरे प्रदेश में दो बार ड्राई रन चलाया गया है। 16 जनवरी, 2021 से कोविड वैक्सीन लक्षित समूहों को लगाने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। कोरोना के टीके की खेप लखनऊ सहित प्रदेश के 13 शहरों में पहुंच गई है। वैक्सीन को प्रदेश के 8 स्थानों पर स्टोर करके संबंधित सीएचसी, पीएचसी में भेजा जाएगा। वैक्सीन स्टॉक के लिए 1298 केंद्र बनाए गए हैं।
जरूरी होंगे ये कागज
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जाएगी। फोटो आईडी का सत्यापन जरूरी है। पंजीकरण के समय फोटो के साथ आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज को दिखाया जा सकता है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगेगी, दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स और फिर 50 वर्ष से अधिक आयु और 50 वर्ष से कम आयु वाले गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को वैक्सीन लगेगी।