- सूबे में लगाए जाएंगे 30 लाख औषधीय पौधे
- पौधारोपण अभियान जुलाई से अगस्त तक चलेगा
- औषधीय पौधारोपण का लक्ष्य पूरा होने पर फलदार-छायादार पौधे भी लगाए जाएंगे
Herbal Plantation in Lucknow : कोरोना वायरस ने लाखों लोगों की जिंदगी छिन ली। वहीं, करोड़ों लोगों को प्रकृति से पुन: जुड़ने की सीख दे गया। अब लोग फिर से औषधीय पौधों पर विश्वास करने लगे हैं। उनका इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में कर रहे हैं। ऐसे लखनऊ समेत पूरे सूबे में औषधीय पौधों का रोपण किया जाना है। सूबे में 30 लाख औषधीय पौधे लगाने का लक्ष्य है।
यह लक्ष्य हासिल हो जाने के बाद फलदार और छायादार पौधे लगाए जाएंगे। कुल 35 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य तय किया गया है। पौधारोपण का अभियान जुलाई में शुरू होगा, जबकि अगस्त तक चलना है। अभियान के तहत पौधारोपण करने के लिए साथ-साथ लोगों को पर्यावरण बचाने का भी संदेश दिया जाना है।
वन विभाग एवं अन्य विभाग का लक्ष्य निर्धारित
कुल 35 करोड़ पौधे लगाए जाने के लिए सभी विभागों को टारगेट दिया गया है। इसमें वन विभाग को 12.60 करोड़ पौधे लगाने हैं। वहीं, अन्य विभाग मिलकर 22.40 करोड़ पौधे लगाएंगे। इस बारे में वन मुख्यालय के निदेशक ज्ञानेंद्र कटियार ने बताया कि, लखनऊ समेत पूरे सूबे में पौधारोपण की तैयारी पूरी की जा रही है। हमारी प्राथमिकता में औषधीय पौधों का रोपण है। ज्ञानेंद्र ने कहा कि पिछले साल 30 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य था। हालांकि हमलोग 30.86 लाख ही पौधे लगा सके थे।
वन विभाग 95 हजार हेक्टेयर में लगाएगा पौधे
वन मुख्यालय के निदेशक ज्ञानेंद्र कटियार ने बताया कि वन विभाग इस पौधारोपण अभियान में अपने वन क्षेत्र के 95 हजार हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाएगा। इसके लिए सभी जिलों में वन क्षेत्रों को चिह्नित कराया जा रहा है। फिर बारी-बारी से उन वन क्षेत्रों में पौधरोपण कर दिया जाएगा।
औषधीय पौधों की 25 प्रजाति लगाई जाएगी
वन विभाग के मुताबिक इस अभियान के तहत औषधीय पौधे की 25 प्रजाति लगाई जाएगी। इनमें गिलोय, नींबू, बेल, लिसोड़ा, बालमखीरा, आंवला, जामुन, करौंदा, नीम, सहजन, महुआ, बढ़हल, अर्जुन, शहतूत, कचनार, अमलतास, ईमली, कैथा, कैसिया, संभल, श्यामिया, गुड़हल, गूलर, गोल्ड मोहर आदि पौधे लगाए जाएंगे।