लखनऊ : बकरीद का समय समीप आता देख ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। मौलाना ने अपने पत्र में कहा है कि बकरीद के मौके पर बलिदान करना मुस्लिमों का कर्तव्य है। मौलाना ने राज्य सरकार से प्रदेश में चिन्हित किए गए जगहों पर बकरा बाजार खोलने की अनुमति देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इन जगहों को खोले जाने से पहले इन्हें सैनिटाइज किया जाना चाहिए और यहां आने वाले लोगों के लिए मास्क पहनना एवं सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना जरूरी बनाया जाना चाहिए।
'बकरे किसानों के रोजी-रोटी के जरिए'
मौलाना ने अपने पत्र में आगे लिखा है, 'किसान कानूनी रूप से वध किए जा सकने वाले जानवरों को पाल पोस कर बड़ा करते हैं और पूरे साल यह काम चलता है। बहुत सारे पशुपालक ऐसे हैं जो बकरीद के लिए बकरे पालते हैं। यह उनकी रोजी-रोटी का जरिया है।' मौलाना ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि धार्मिक स्थलों की क्षमता के 50 प्रतिशत श्रद्धालुओं को वहां जाने की अनुमति मिलनी चाहिए।
मस्जिदों में 50 प्रतिशत लोगों के जाने की अनुमति मांग
मौलाना ने कहा, 'इस महामारी से संक्रमण फैलने का खतरा यदि नियंत्रण में है तो राज्य भर की मस्जिदों में उनकी क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को वहां जाने की अनुमति दी जाए।' उन्हंने कहा कि बलिदान वाली जगह पर एक समय में पांच लोगों से ज्यादा एकत्रित नहीं होंगे और वे एक-दूसरे से सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करेंगे। उन्होंने कहा, 'रमजान और ईद के दौरान मुस्लिमों ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन नहीं किया। इसी तरह बकरीद का उत्सव भी मनाया जा सकता है।'