- लखनऊ में बनेंगे 30 नए ऑटो स्टैंड
- शहर की जनता को मिलेगी राहत
- वेंडिंग जोन में शिफ्ट होंगे पटरी दुकानदार
लखनऊ शहर में यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 30 नए ऑटो स्टैंड बनाने का निर्णय लिया गया है। शहर में नगर निगम द्वारा केवल 72 ऑटो स्थल ही स्टैंड के लिए प्रस्तावित है। प्रशासन ने इनकी संख्या 30 और बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे शहर में ऑटो स्टैंड की कुल संख्या 102 हो जाएगी। इनमें से सिर्फ 44 ऑटो स्टैंड को ही यातायात पुलिस, आरटीओ, नगर निगम की संयुक्त टीम के द्वारा सर्वे करने के बाद फाइनल किया गया है। सर्वे टीम का कहना है कि बाकी स्थलों को भी जल्द ही फाइनल किया जाएगा। नए ऑटो स्टैंड को विभिन्न संगठनों से सुझाव लेकर ही बनाया जाएगा।
अपर नगर आयुक्त के अनुसार ऑटो स्टैंड पर ऑटो और सावरी की संख्या को भी निश्चित किया जाएगा। ऐसा करने से यहां अवैध रूप से ऑटो खड़े नहीं हो सकेंगे। यह सूची ऑटो यूनियन के द्वारा सुझाव से ही बनाई जाएगी। 72 ऑटो स्टैंड बनाने की सूची भी ऑटो यूनियन के द्वारा ही दी गई है। जिनमें से 44 ऑटो स्टैंड बनना शुरू हो चुके हैं। बाकी स्टैंड को भी प्रस्ताव पास होने के बाद जल्द ही बनाया जाएगा। इसके लिए व्यापार मंडल आरडब्ल्यूए व ऑटो टैक्सी एसोसिशन से सुझाव लिए जाएंगे। बताया गया कि जहां पर उपयुक्त जगह होगी, वहीं पर ही नए ऑटो स्टैंड को बनाया जाएगा।
ऑटो स्टैंड की संख्या बढ़ने से यात्रियों को मिलेगी राहत
राजधानी लखनऊ में ऑटो स्टैंड की संख्या बढ़ने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। ऑटो स्टैंड की संख्या बढ़ने से शहर में जगह-जगह भीड़ नहीं लगेगी। वहीं इससे अवैध वाहनों पर भी लगाम लगेगी, क्योंकि ऑटो स्टैंड पर सिर्फ पंजीकृत वाहन ही खड़े हो सकेंगे। ऐसे में शहर के लोगों को भी अवैध वाहनों में सफर नहीं करना पड़ेगा।
जल्द शिफ्ट होंगे पटरी दुकानदार
लखनऊ शहर में पटरी दुकानदारों को वेडिंग जोन में बसाने की कार्रवाई के तहत मेडिकल चौराहे व उसके आसपास से 25 दुकानदारों को जगत नारायण रोड पर शिफ्ट किया गया है। इसके अलावा नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और इस बैठक में पूरे शहर को दस जून तक पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए 35 पटरी दुकानदारों को हटाया है। इनमें से 25 दुकानदारों को नगर निगम में शिफ्ट करा दिया गया है। अन्य दुकानदारों को भी जल्द ही शिफ्ट कराया जाएगा।