- लखनऊ में ठगी का बड़ा मामला आया सामने
- लखनऊ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया गिरोह का सरगना
- एसटीएफ की टीम कर सकती है हाईप्रोफाइल ठग को लेकर कई खुलासे
Lucknow Crime: लखनऊ में एसटीएफ की टीम को एक बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ ने एक हाईप्रोफाइल ठग गिरोह के मास्टरमाइंड तौसीब अहमद को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि शातिर आरोपी लग्जरी कार एजेंसियों का मालिक बनकर उनके ही कर्मचारियों के द्वारा करोड़ों रुपये की ठगी करता था। एसटीएफ ने शातिर तौसीब अहमद से पूछताछ की तो कई बड़े राज खुल कर सामने आ गए। वहीं इस मामले में एसटीएफ की टीम ने पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
एसटीएफ की टीम ने ठगी के मामले में 12 मार्च को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें मास्टरमाइंड तौसीब अहमद भी शामिल था। वहीं 13 मई को सभी आरोपी लखनऊ जेल से रिहा हो गए थे। इसके बाद गिरोह के मास्टरमाइंड तौसीब अहमद ने अहमदाबाद के एक कार शोरूम का मालिक बन कर एक करोड़ रुपये की ठगी की थी।
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
हरदोई के जैदीपुरा निवासी तौसीब अहमद वर्तमान में विक्रम नगर में रहता है। मास्टरमाइंड तौसीब ने गिरोह में बिहार के कुछ युवकों को शामिल किया हुआ था। इस गिरोह में बिहार के रानू सिंह, राहुल, निहाल और पंकज को मार्च में गिरफ्तार किया था। वहीं एसएसपी विशाल विक्रम सिंह का कहना है कि गिरोह का सरगना एजेंसी का मालिक बन कर वहां के सीए को व्हाट्सएप मेसैज या कॉल करता था। यही नहीं सरगना अपने व्हाट्सएप डीपी पर एजेंसी मालिक की फोटो लगाकर कर्मचारियों से दिनभर की आरटीजीएस के जरिए भेजी गई रकम का ब्यूरो मांगते थे। इसके साथ ही चेक की दो फोटो कॉपी भी मंगवा लेते थे। इसके बाद बैंक अधिकारियों को चेक भेजकर जाली दस्तावेजों से 14 बैंक खातों में आसानी से रकम स्थानांतरित करा लेते थे।
सरगना ने जेल से छूटते ही की ठगी
एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी सरगना ने 13 मई को लखनऊ जेल से रिहा होते ही अहमदाबाद के ओसियन मार्ट का मालिक बन कर एक करोड़ रुपये की ठगी की थी। इससे पहले आरोपी ने लग्जरी कार की एजेंसी का मालिक और एक प्राइवेट मोटर्स कंपनी का चीफ फाइनेंस अधिकारी बनकर नेट बैंकिंग के जरिए 78 लाख रुपये की ठगी की थी। अभी एसटीएफ की जांच में और भी कई बड़े राज खुल सकते हैं।