लखनऊ : राम नगरी अयोध्या में दक्षिण कोरिया और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर एक पार्क का निर्माण कर रहे हैं। भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंगकिल ने बुधवार को यह जानकारी दी। राजदूत ने बताया कि यह पार्क क्वीन हु ह्वांग-ओक की याद में बनाया जा रहा है जो मूल रूप से अयोध्या से थीं। उन्होंने बताया कि करीब 2000 साल पहले किंग किम सूरो ने अयोध्या की राजकुमारी से शादी की और कम से कम 10 प्रतिशत कोरियाई नागरिक इस राजशाही वंश का हिस्सा हैं।
दिवाली के मौके पर होगा उद्घाटन
बोंगकिल ने कहा कि दिवाली के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्ववाली सरकार इस पार्क का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा, 'कोरिया अयोध्या में पहले ही एक पवेलियन का निर्माण कर चुका है। कोरोना संकट के दौरान भी इस साल की शु्रुआत में कोरिया के लोगों ने अयोध्या की यात्रा की और कुछ महीने तक रुके। इस दौरान पवेलियन का निर्माण हुआ। मुझे जहां तक जानकारी है इस पार्क का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। दिवाली के मौके पर यूपी सरकार इस पार्क का उद्धाटन करने जा रही है।'
कोरिया गई थीं अयोध्या की राजकुमारी सूरीरत्ना
इतिहास के मुताबिक अयोध्या की राजकुमारी सूरीरत्ना 48 एडी के समय कोरिया गई थीं और उन्होंने किंग किम सूरो से शादी की जो बाद में हू ह्वांग-ओक के नाम से जानी गईं। मई 2015 में पीएम मोदी की दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान सरयू तट पर ह्वांग-ओक की याद में बने संग्रहालय के विस्तार एवं सौंदर्यीकरण करने पर सहमति बनी। छह नवंबर 2018 को दक्षिण कोरिया की पहली महिला किम जुंग-सूक अयोध्या पर पहुंची थीं और उन्होंने संग्रहालय पार्क की आधारशिला रखी।
कोरियाई स्थापत्यकला से पार्क का निर्माण
इस पार्क का निर्माण कोरियाई स्थापत्यकला का इस्तेमाल किया गया है। यह रामलीला पार्क के समीप है। इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने करीब 24 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी है। समझा जाता है कि पार्क के उद्घाटन के बाद पर्यटक बड़ी संख्या में यहां आएंगे और दोनों देशों के बीच शताब्दियों पुराने सांस्कृति संबंधों को समझेंगे।