- सरकार की सजगता से फेल हुई यूपी में दंगा कराने की सपा-कांग्रेस की साजिश: राणा
- 'अखिलेश यादव के खास तेजिंदर सिंह विर्क के भड़काऊ वीडियो से हुआ पर्दाफाश'
- राणा ने कहा कि न्यायिक जांच में हर एक बिंदु पर होगी जांच, खुलेगी विपक्ष की कलई
लखनऊ : प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश राणा ने लखीमपुर घटना को सपा और कांग्रेस की साझी साजिश बताया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव नजदीक देख दोनों विपक्षी दलों ने प्रदेश में दंगा भड़काने की योजना बनाई थी। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सूझबूझ और सजगता ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। राणा ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ता गुरूमनीत सिंह और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के खास तेजिंदर सिंह विर्क के भड़काऊ बयानों के वीडियो सपा-कांग्रेस की साजिश के प्रमाण हैं। जल्द ही, न्यायिक जांच में विपक्ष की नीयत का पर्दाफाश हो जाएगा।
'सिख समाज 1984 को अब तक भूला नहीं है'
लखीमपुर-खीरी में किसानों और पत्रकार सहित अन्य लोगों की असामयिक मौत पर दुःख जाहिर करते हुए गन्ना विकास मंत्री राणा ने कहा कि सपा और कांग्रेस की सरकारों का इतिहास रक्तरंजित रहा है। सिख समाज 1984 को अब तक भूला नहीं है, तो मुजफ्फरनगर दंगों के समय सैफई के जश्न से उपजे घाव अभी ताजे हैं।
रणनीति फेल होने पर सपा-कांग्रेस बौखलाए-राणा
सुरेश राणा ने कहा कि लखीमपुर खीरी में घटना को मुख्यमंत्री योगी ने नेतृत्व क्षमता का शानदार परिचय दिया। न केवल अपने सारे कार्यक्रम रद कर दिए बल्कि रात भर जागते हुए एक-एक घटनाक्रम पर सीधे नजर रखी। यह सीएम योगी की संवेदनशीलता ही है कि आज लखीमपुर में स्थिति सामान्य है, किसान संतुष्ट हैं। वहीं, रणनीति फेल होते देख सपा और कांग्रेस बौखलाहट में उलूल-जुलूल बयान दे रहे हैं। राणा ने कहा कि मामले की संवेदनशीलता और किसानों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए घटना की न्यायिक जांच कराई रही है। बहुत जल्द सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।