- पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 लाख परिवारों को मिलेगा पीएनजी कनेक्शन
- 2050 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन बिछाएगी योगी सरकार
- बंगाल के हल्दिया से यूपी में जगदीशपुर तक बिछेगी गैस पाइन लाइन
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लोगों को रसोई गैस का सिलेंडर अब नहीं लाना होगा। सरकार उनके रसोई घर तक पाइप के जरिये गैस पहुंचाने की तैयारी कर रही है। पूर्वाी उत्तर प्रदेश के लगभग 20 लाख परिवारों को सरकार पीएनजी कनेक्शन देने जा रही है। इसके लिए पश्चिम बंगाल के हल्दिया से यूपी के जगदीश पुर तक 2050 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन बिछाने की योजना है। केंद्र के सहयोग वाली इस योजना पर राज्य सरकार ने काम शुरू कर दिया है। पीएनजी कनेक्शन मिलने से लोगों को रसोई गैस उठा कर लाने की परेशानी के साथ ही घटतौली की आशंका से भी निजात मिल जाएगी।
पीएनजी कनेक्शन किफायती और सुरक्षित होगा
पीएनजी कनेक्शन किफायती और सुरक्षित भी होगा। केंद्र सरकार की ऊर्जा गंगा योजना के तहत गैस पाइप लाइन की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि सीएम योगी ने कुछ रोज पहले ही गोरखपुर में पाइपलाइन से पीएनजी आपूर्ति की शुरुआत की थी। सीएम ने 101 लोगों के पीएनजी कनेक्शन वितरित किए थे। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पीएनजी परम्परागत गैस सिलेंडर से सस्ती होगी। इससे करीब 35-40 फीसद की बचत होगी। साथ ही पाइप लाइन से आपूर्ति मिलने से गैस सिलेंडर ढोने की समस्या भी समाप्त होगी। जितना खर्च होगा, उतना ही बिल आएगा। यानी गैस चोरी की शिकायत भी नहीं रहेगी। कोई भी मौसम हो, रसोई गैस की किल्लत नहीं होगी। सीएम योगी ने कहा कि सीएनजी और पीएनजी के माध्यम से पीएम मोदी की स्वच्छ ईंधन की परिकल्पना साकार हो रही है।
कुछ शहरों में पीएनजी कनेक्शन शुरू
यही नहीं राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई महानगरों में भी पाइप के जरिये रसोई गैस की सप्लाई शुरू की जा रही है। कुछ शहरों में पीएनजी कनेक्शन भी दिए जा चुके हैं।