- कोरोना महामारी की वजह से संकट में लखनऊ के बुग्गी वाले हैं
- नाइट कर्फ्यू की वजह से व्यापार पर पड़ा असर
- बुग्गी वालों का कहना है कि अब वो क्या करें
सरकार और जानकार दोनों कोरोना की इस दूसरी लहर को ज्यादा खतरनाक बना रहे हैं। इस समय जिस तरह से लाखों में कोरोना केस हर रोज आ रहे हैं वो अपने आप में चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि ज्यादातर लोगों में किसी तरह के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। कोरोना के इस रफ्तार को रोकने के लिए अलग अलग राज्य सरकारों ने नाइट कर्फ्यू का एलान किया है जिसमें यूपी की राजधानी लखनऊ भी शामिल है। लेकिन जिला प्रशासन के इस कदम से शादी समारोह से जुड़े लोग परेशान हैं।
लखनऊ के बुग्गी वालों की परेशानी
लखनऊ के बुग्गी वाले कहते हैं कि शादियों के सीजन में उनकी ठीकठाक कमाई होती है। लेकिन जिस तरह से प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है उससे उनकी कमाई पर घातक असर पड़ा है। आखिर वो लोग किस तरह से अपने काम को 9 बजे तक समेट सकते हैं क्योंकि प्रशासन ने 9 बजे रात से नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है।
नाइट कर्फ्यू से व्यापार पर असर
बुग्गी संचालकों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू के ऐलान के बाद अब ग्राहर आर्डर को कैंसिल कर रहे हैं और उसका असर व्यापार पर पड़ रहा है। प्रशासन को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए कि आखिर वो कहां जाए। उनके लिए क्या कोई वैकल्पिक रास्ता है। भले ही यह शादी का सीजन है, बिक्री कम है। अगर यह स्थिति बनी रही, तो हम अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कैसे करेंगे? लखनऊ के रहने वाले मोहम्मद हारुन कहते हैं कि हालात धीरे धीरे पटरी पर आ रहे थे। लेकिन एक बार फिर तरह तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी तो उन लोगों के साथ है जो हर रोज कमाते और खाते हैं।