- लखनऊ में लेजर तकनीक से होगा दांत के रोगों का इलाज
- लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मिलेगी सुविधा
- मरीजों को कई और सुविधाओं का मिलेगा लाभ
Lohia Institute Lucknow: राजधानी लखनऊ के दांत रोगियों के लिए अच्छी खबर है। वे जल्द ही, लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में लेजर तकनीक का रोगी फायदा उठा सकेंगे। दरअसल, लोहिया संस्थान में जल्द लेजर तकनीक से दांतों के इलाज की व्यवस्था शुरू की जाएगी। इस तकनीक से इलाज होने पर रोगियों को बड़ा फायदा मिलेगा। इस तकनीक से सर्जरी वाले कई काम बिना चीरा लगाए या बिना टांके के आराम से हो जाएगी। लेजर तकनीक से पहले के मुकाबले में इलाज आसान हो जाएगा। साथ ही समय की भी बचत होगी।
इसके लिए डेंटल विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसी के आधार पर मशीन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। लेजर तकनीक से जटिल इलाज करना आसान होता है।
दांतों की सफाई समेत मरीजों को कई अन्य चीजों में मिलेगा फायदा
इसके अलावा मसूड़े व दांतों और जड़ों की पोजिशन भी ठीक की जा सकती है। बताया जाता है कि, इस तकनीक से केवल एक सप्ताह में ही दांत सीधे किए जा सकते हैं। डेंटल विभाग की अध्यक्ष डॉ. शैली महाजन के अनुसार, लेजर तकनीक में दांतों की जटिल बीमारी का इलाज करना संभव होता है। विभाग में दांतों की सफाई, फिलिंग, आरसीटी, मसूढ़ों की सफाई के साथ कॉस्मेटिक दंत चिकित्सा उपलब्ध है।
तीन महीने में मशीन लगने की संभावना
डॉ. शैली महाजन ने बताया कि, दो से तीन महीने में मशीन लगने की संभावना है। मशीन लगने से रोगियों की जटिल बीमारी का इलाज आसानी से किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि, इस तकनीक से मुंह कम खुलने, पायरिया का इलाज होगा। सर्जरी वाले कई काम बिना चीरा लगाए या बिना टांके के हो सकते हैं।
नए ब्लॉक में नहीं बनेगा 500 बेड का अस्पताल
वहीं, आपको बता दें कि, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के शहीद पथ स्थित नए ब्लॉक में 500 बेड का अस्पताल अब नहीं बनेगा। प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग की तरफ से इसे लेकर सहमति नहीं मिली। हालांकि प्रस्ताव स्थगित होने के बीच एक विचार इसका संचालन दो के बजाय एक स्थान पर करने का भी है। गौरतलब है कि, लोहिया संस्थान के गोमतीनगर स्थित भवन में इस समय 35 विभागों में 350 बेड का अस्पताल चल रहा है। इसके न्यू कैंपस में दो सौ बेड के मातृ एवं शिशु रेफरल चिकित्सालय शुरू हो गया है।