- पूर्वांचल के दो महत्वपूर्ण शहर वाराणसी और गोरखपुर इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ेंगे
- उन्होंने कहा कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना भी अगले वर्ष तक प्रारम्भ हो जाएगा
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं से भरा है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश (UP) विकास से पथ पर आगे बढ़ रहा है इसी क्रम में सीएम योगी ने प्रदेश के अहम शहर गोरखपुर (Gorakhpur) को लेकर अहम ऐलान किए हैं और कहा है कि बंद पड़ी गोरखपुर की फर्टिलाइजर फैक्ट्री को शीघ्र ही शुरु किया जाएगा, उन्होंने गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Expressway) को लेकर भी अहम प्रगति का उल्लेख किया है।
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर एक जनपद या महानगर नहीं है। यहां से सांसद रहते हुए मैंने अनुभव किया है कि गोरखपुर का अर्थ पूर्वी यूपी, पश्चिमी उत्तर बिहार और नेपाल की तराई है। यदि इसे देखें तो लगभग 5 करोड़ आबादी की स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और रोजगार का महत्वपूर्ण केंद्र है।
इतनी बड़ी आबादी के जीवन में खुशहाली लाने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। अभी लखनऊ-गोरखपुर NH-28 ही एक मात्र जरिया था। वैकल्पिक मार्ग एक्सप्रेस-वे को लेकर जब सर्वे हुआ तो अच्छे परिणाम सामने आए, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में अनन्त संभावनाएं हैं।
गोरखपुर एक्सप्रेसवे के लिए देश के अग्रणी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने 750 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया है जिसका चेक सीएम योगी को सौंपा, सीएम योगी ने कहा कि मैं पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारीगणों को धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार करते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में लीड बैंक के रूप में मजबूती के साथ अपनी सहभागिता निभाई है। आज गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के साथ भी वह जुड़ रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे के विकास की कार्यवाही को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में भूमि अधिग्रहण व अन्य आवश्यक कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया है। गोरखपुर में अगले वर्ष तक एम्स (AIIMS) पूरी तरह से कार्य करने लगेगा। 30 वर्ष पहले बंद हुआ गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना भी अगले वर्ष तक प्रारम्भ हो जाएगा। इसमें बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। बैंक के सहयोग से रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है।
सीएम योगी ने कहा पूर्वांचल के दो महत्वपूर्ण शहर वाराणसी और गोरखपुर इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ेंगे। पूर्वांचल जो विकास की दौड़ में पीछे रह गया था, यह एक्सप्रेस-वे वहां के विकास का मार्ग सुगम करेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे के विकास की कार्यवाही को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में भूमि अधिग्रहण व अन्य आवश्यक कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया है।
एक्सप्रेस-वे, प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के पत्थर साबित होंगे
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं से भरा है। सघन आबादी के इस भू-भाग में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य प्रारंभ हुए हैं, उसी श्रृंखला के क्रम में एक्सप्रेस-वे का जाल प्रदेश में बिछ रहा है।
वर्तमान में तीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है, जिसमें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से ही जुड़ा लिंक एक्सप्रेस-वे शामिल है, चौथा जो संभवतः देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे बनेगा, वह मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे होगा। इसके डीपीआर का कार्य अंतिम चरण में है।
इस वर्ष के अंत तक भूमि अधिग्रहण की सभी औपचारिकताओं को भी पूर्ण कर लिया जाएगा। सभी एक्सप्रेस-वे, प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के पत्थर साबित होंगे। लंबे समय से प्रदेश को जिस आर्थिक विकास की तमन्ना थी, उसे आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। दुनिया में निवेश को लेकर शुरू हुई प्रतिस्पर्धा में कनेक्टिविटी और सिक्योरिटी का अपना महत्व है।