- 25 माफियाओं की 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति पर चला यूपी सरकार का बुलडोजर
- गैंगेस्टर एक्ट के तहत जनवरी 2021 तक सरकार ने 11930 मुकदमे दर्ज किए थे और 523 अभियुक्तों पर रासुका लगाया था
- पिछले साल 15 दिसंबर तक कुल 129 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए, 2782 घायल हुए और पुलिस बल के 13 जवान शहीद हुए ।
लखनऊ। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि सरकार माफियाओं की जब्त की गई जमीन पर गरीब और दलितों के लिए मकान बनाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि कौन सी संपत्तियां हैं और किन माफियाओं की ये संपत्तियां हैं जिन पर घर बनाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 25 टॉप मोस्ट माफियाओं की लिस्ट बना रखी है। जिनके अवैध कब्जों और संपत्तियों पर एक्शन लिया जा रहा है। इस लिस्ट में मुख्तार अंसारी से लेकर अतीक अहमद तक के नाम हैं। अब तक सरकार इन माफियों की 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर चुकी है। यही नहीं अवैध कब्जा हटाने और संपत्तियों को ढहाने में जो खर्च आ रहा है, वह भी सरकार इन माफियाओं से ही वसूल रही है।
11 हजार से ज्यादा मुकदमें
योगी सरकार ने गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 25 से ज्यादा माफियाओं की 1500 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल अवैध सम्पत्तियों पर शिकंजा कसा है। इतना ही नहीं, माफिया, उनके परिजनों और सहयोगियों के लगभग 150 शस्त्र लाईसेंसों के निरस्तीकरण की कार्यवाही की गई है। गैंगेस्टर एक्ट में ही जनवरी 2021 तक कुल 11,930 मुकदमे दर्ज किए थे। इसके अलावा 523 अभियुक्तों के खिलाफ रासुका लगाई गई है।
एनकाउंटर में 13 जवान शहीद, 129 अपराधी हुए ढेर
पिछले साल 15 दिसंबर तक कुल 129 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए और 2782 घायल हुए, इन कार्यवाहियों में पुलिस बल के 13 जवान शहीद हुए और 1031 पुलिस कर्मी घायल हुए। 25 हजार के ईनामी 9157 अपराधी, 25 से 50 हजार के ईनामी 773 अपराधी और 50 हजार से अधिक के 91 ईनामी अपराधी यानि कुल 10,021 जेल भेजे गए।
मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर क्या हुई कार्रवाई
माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ जनवरी 2021 तक की गई कार्रवाई के तहत, सरकारी जमीन खाली कराने, ध्वस्तीकरण, जब्त संपत्ति की कीमत करीब 179 करोड़ रुपए है। इसी तरह पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत 127 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इसके अलावा 41 करोड़ की सालाना अवैध आय को बंद भी कराया है। पिछले साल दिसंबर तक इस गिरोह के 97 सदस्यों की गिरफ्तारी की गई है और 75 अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। 75 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। मुख्तार अंसारी यूपी के बांदा जिले में बंद है, उस पर 50 से ज्यादा मुकदमें चल रहे हैं।
इसी तरह यूपी पुलिस ने जनवरी तक 2021 तक अतीक अहमद और उसके सहयोगियों की आपराधिक गतिविधियों से बनाई गई 203 करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति को जब्त किया है। पुलिस ने अतीक गैंग के 17 सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा और 44 सदस्यों की हिस्ट्रीशीट खोली है। इसके अलावा 16 ठेकों और फर्मों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। अतीक, उसके परिवारजनों और सहयोगियों के 31 संपत्तियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और ईओडब्ल्यू से कराई जा रही है। अतीक अहमद गुजरात के अहमदाबाद जिले में बंद है।
यह हैं प्रदेश के 25 बड़े माफिया
गाजीपुर का मुख्तार अंसारी, प्रयागराज का अतीक अहमद, वाराणसी का बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, लखनऊ का ओमप्रकाश उर्फ बब्लू श्रीवास्तव, बिजनौर का मुनीर, अंबेडकरनगर का खान मुबारक, गाजियाबाद का अमित कसाना, शामली का आकाश जाट, मेरठ का उधम सिंह और योगेश भदौड़ा, बागपत का अजीत उर्फ हप्पू, मुजफ्फरनगर का सुशील उर्फ मूंछ और संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, गौतमबुद्धनगर का सुन्दर भाटी उर्फ नेताजी और अनिल भाटी, अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, सिंघराज भाटी, अंकित गुर्जर, वाराणसी का सुभाष सिंह ठाकुर, आजमगढ़ का ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह, गाजीपुर का उमेश राय उर्फ गौरा राय और त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, लखनऊ का मो. सलीम, मो. सोहराब और मो. रुस्तम शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस के स्तर 8 और माफिया हैं जिन पर कार्रवाई की जा रही है।