- छात्रों को गुणवत्तापरक एवं अत्याधुनिक शिक्षा देने के लिए योगी सरकार ने उठाया कदम
- उत्तर प्रदेश के 18 कमिश्नरी में 18 अटल आवासीय विद्यालयों की हो रही स्थापना
- बाल मजूदरी रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सरकार ने प्रदेश में गुणवत्ता परक शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में शुक्रवार को एक और बड़ा कदम उठाया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि सरकार राज्य में 18 अटल आवासीय विद्यालय स्थापित करने जा रही है। ये विद्यालय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विद्यालयों में छात्रों के रहने रऔर सभी प्रकार की सुविधाओं की व्यवस्था सरकार करेगी। अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर सीएम ने बाल मजदूरी करने वाले बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की।
बाल श्रम से शारीरिक एवं मानसिक नुकसान
मुख्यमंत्री ने कहा, 'परिस्थितियों के चलते इन बच्चों को बाल मजदूरी करनी पड़ती है। इससे उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इन बच्चों की प्रतिभा का लाभ देश और समाज को नहीं मिल पाता जिससे दोनों को अपूरणीय क्षति होती है। इन बच्चों को बाल मजदूरी से बचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने समय-समय पर कानून बनाए लेकिन इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई।'
बच्चों को 1000 रु. और बालिकाओं को 1200 रु. देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल मजदूरी करने वाले आठ से 18 साल के बच्चों के लिए उनकी सरकार बाल श्रमिक विद्या योजना शुरू कर रही। इस योजना के पहले चरण में 57 जनपदों में बालश्रम से जुड़े हुए दो हजार बच्चों 1000 रुपए प्रतिमाह और बालिकाओं को 1200 रुपए प्रतिमाह देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा 8वीं, नौवीं और 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को प्रतिवर्ष 6000 रुपए देने का प्रावधान भी इस योजना में किया गया है।
अटल आवासीय विद्यालयों में अत्याधुनिक सुविधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के छात्रों को गुणवत्ता परक एवं अत्याधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 18 कमिश्नरी में 18 अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। प्रदेश की 18 कमिश्नरी मुख्यालय पर 12 से 15 एकड़ के क्षेत्रफल में ये विद्यालय बनेंगे। उन्होंने कहा, बच्चों की पढ़ाई के लिए अत्याधुनिक सुविधा से युक्त इन सभी विद्यालयों की व्यवस्था की जा रही है। सभी विद्यालय जहां अत्याधुनिक शिक्षा देंगे वहीं अगर किसी बच्चे की रुचि खेल में है तो स्पोर्ट्स गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य किया जाएगा।