- एक माह से सेना की छावनी में खौफ का पर्याय बन चुका था लेपर्ड
- वन विभाग की 25 लोगों की टीम को मिली सफलता
- 24 ट्रेपिंग कैमरे व चार बड़े पिंजरे लगाए थे वन विभाग ने
UP Leopard: यूपी में अयोध्या के जंगलों में स्थित सेना की छावनी में करीब एक माह से भी अधिक समय से लोगों के लिए खौफ बना एक लेपर्ड आखिरकार सोमवार तड़के सलाखों में कैद हो गया। लेपर्ड शिकार के चक्कर में खुद शिकार होगा गया। दरअसल मीरन घाट पुलिस चौकी के सामने स्थित फायरिंग रेंज की ओर वाले रास्ते पर वन विभाग के द्वारा चारे के तौर पर एक बकरी को बांध कर पिंजरा लगाया गया था।
लेपर्ड ज्यों ही बकरी का शिकार करने पिंजरे में गया, इसके बाद वहीं कैद हो गया। आपको बता दें कि एक माह से तेंदुआ छावनी इलाके में बेखौफ दौड़ रहा था। वहीं सेना व फोरेस्ट महकमे के अधिकारियों को छका रहा था। छावनी इलाके में करीब एक माह से डेरा डाले हुए कुमारगंज वन रेंज व वन रुदौली रेंज की 25 लोगों की टीम ने लेपर्ड को दबोचने में कामयाबी हासिल की है।
लखनऊ की टीम करेगी स्वास्थ्य परीक्षण
लेपर्ड के पकड़े जाने की सूचना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद भीड़ को देखते हुए मीरन घाट मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई। वहीं पिंजरे को हरे कपड़े से कवर कर दिया गया। मौके पर स्थिति को संभालने के लिए सेना के जवानों को तैनात किया गया। सूचना के बाद मौके पर आए उप प्रभागीय वन अधिकारी कृपानाथ सुधीर के मुताबिक लेपर्ड की जांच के लिए लखनऊ से टीम को बुलाया गया है। हैल्थ चेकअप के बाद लेपर्ड को शिफ्ट किया जाएगा। आपको बता दें कि लेपर्ड की छावनी इलाके में मौजूदगी के दो बार वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। सेना के आला अधिकारियों ने भी मीरन के जंगलों में लेपर्ड की मौजूदगी की पुष्टि की थी।
24 ट्रेपिंग कैमरे, चार पिंजरे लगाए
प्रभागीय वन अधिकारी सीतांशु पांडेय के मुताबिक लेपर्ड को काबू में करने के लिए वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया टीम का सहारा लिया गया। टीम के विशेषज्ञों ने करीब 20 दिन छावनी इलाके में डेरा डाले रखा। लेपर्ड की मूवमेंट को केप्चर करने के लिए 20 सीसीटीवी कैमरे मीरन घाट के जंगलों में लगाए गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मिली जानकारी के बाद चार अलग-अलग लोकेशनों पर पिंजरे लगाए गए। जंगलों को 6 हिस्सों में विभाजित किया गया। प्रत्येक भाग में 4-4 ट्रेपिंग कैमरा भी लगाए गए। तब कहीं जाकर एक माह बाद वन विभाग को कामयाबी मिली।