- केजीएमयू में खुलने वाला यह उत्तर भारत का पांचवां प्लाज्मा बैंक है
- इसके पहले दिल्ली और पंजाब में दो-दो प्लाज्मा बैंक कर रहे हैं काम
- राज्य में कोविड-19 के जरूरतमंद मरीजों को यहां से भेजा जाएगा प्लाज्मा
लखनऊ : कोरोना महामारी से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी जंग और तेज कर दी है। कोरोना मरीजों के उपचार में ब्लड प्लाज्मा की भूमिका को देखते हुए राज्य सरकार ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में एक प्लाज्मा बैंक की स्थापना की है। इस केंद्र ने शनिवार से काम करना शुरू कर दिया। समझा जाता है कि प्लाज्मा बैंक से कोविड-19 से लड़ने में सरकार को मदद मिलेगी और इस महामारी से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को राहत पहुंचेगी।
उत्तर भारत का यह पांचवां प्लाज्मा बैंक
उत्तर भारत में स्थापित होने वाला यह पांचवां प्लाज्मा बैंक है। दिल्ली और पंजाब में दो-दो प्लाज्मा बैंक हैं। इस बैंक से उत्तर प्रदेश में जहां कहीं भी कोविड-19 के मरीजों को प्लाज्मा की जरूरत होगी उन्हें यहां से इसे भेजा जाएगा। राज्य की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में इस प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन किया। कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई है और इससे कई मरीजों की जान बचाने में सफलता मिली है। प्लाज्मा थेरेपी के तहत कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्ति से ब्लड लेकर ऐसे मरीजों को दिया जाता है जिनका कोरोना का इलाज चल रहा होता है। कोरोना से ठीक हुए मरीजों में इस वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई होती है।
केजीएमयू के प्रोफेसर ने प्लाज्मा डोनेट करने की अपील की
कोरोना से ठीक हुए मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील करते हुए केजीएमयू के प्रोफेसर (लेफ्टिनेंट जनरल, सेवानिवृत्त) विपिन पूरी ने कहा, 'कोरोना संक्रमण को ठीक करने के लिए अभी टीका नहीं है इसलिए प्लाज्मा थेरेपी कइयों के लिए उम्मीद की एक किरण है। लोगों के पास दूसरे की जान बचाने का एक बेहतरीन मौका है।' उन्होंने बताया कि देश की सर्वश्रेष्ठ एजेंसियां इस केंद्र की निगरानी कर रही हैं। उपयुक्त लोगों से प्लाज्मा निकालने के लिए यहां पांच मशीनें लगी हुई हैं।
सीएम आदित्यनाथ ने टेस्टिंग बढ़ाने पर दिया जोर
कोविड-19 के प्रकोप से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। राज्य के अस्पतालों में कोरोना बेड्स एवं डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर रविवार को टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। सीएम ने रोजाना टेस्टिंग की संख्या एक लाख करने का निर्देश जारी किया। सीएम ने अधिकारियों को एकीकृत कमान एवं कंट्रोल सेंटर को सक्रिय रखने के लिए कहा है।