- लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर लगा ताला
- मकान मालकिन ने कहा कि घर खाली नहीं करना चाह रहे थे लोग
- संजय सिंह का दावा दबाव डालकर मकान मालकिन से दिलाया गया बयान
लखनऊ : लखनऊ में आम आदमी पार्टी (AAP) के दफ्तर पर ताल लगने के बाद पार्टी के नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राज्य की योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। सिंह ने योगी सरकार पर दफ्तर बंद कराने के लिए पुलिस का सहारा लेने का आरोप लगाया। हालांकि, दफ्तर पर ताला क्यों पड़ा इसकी सच्चाई अब सामने आ गई है। मकान की मालकिन की मानें तो आम आदमी पार्टी मकान खाली नहीं कर रही थी और उसका मकसद मकान पर कब्जा करना था।
मकान मालकिन ने कहा-रेंट एग्रीमेंट खत्म हो गया था
भाजपा की ओर से जारी एक वीडियो में दावा किया गया है कि संजय सिंह झूठ बोल रहे हैं क्योंकि मकान की मालकिन का कहना है कि मकान का रेंट एग्रीमेंट खत्म हो गया था और लोग इस मकान पर कब्जा करना चाहते थे। मकान की मालकिन मीरा कुमार का कहना है कि संजय सिंह ने झूठ बोलकर राकेश सिंह के नाम पर मकान किराए पर लिया था।
सड़क पर खोल लेंगे दफ्तर-संजय सिंह
लखनऊ स्थित दफ्तर पर ताला लगने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए संजय सिंह ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से मैं योगी सरकार के खिलाफ बोलने की हिम्मत दिखा रहा हूं, उसके कारण से उन्होंने मकान मालिक पर दबाव बनाया और कार्यालय को बंद करा दिया। मेरे खिलाफ पांच जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। मैं कहना चाहूंगा कि योगी सरकार मुझे गिरफ्तार कर जेल में भेज दे। हम आम आदमी हैं, पार्टी कार्यालय कहीं सड़क पर खोल लेंगे।'
राकेश सिंह के नाम पर लिया था मकान
मामले में मकान मालकिन के सामने आ जाने के बाद संजय सिंह के इस दावे की पोल खुल गई है। संजय सिंह ने पार्टी दफ्तर के लिए गोमतीनगर में राकेश सिंह के नाम पर मकान लिया था। इसके बाद वहां से पार्टी का कार्यालय चलने लगा और प्रेस कॉन्फ्रेंस होने लगे। मकान मालकिन मीरा का कहना है कि रेंट एग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी संजय सिंह मकान खाली नहीं कर रहे थे। लगता है कि वह मकान पर कब्जा करना चाहते थे। संजय सिंह का दावा है कि पुलिस का दबाव बनाकर मकान मालिकन से बयान दिलाया गया है।
बता दें कि पिछले कुछ समय से संजय सिंह सूबे की योगी सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। विकास दुबे का एनकाउंटर मामला हो या हाल में हुईं अपराध की घटनाएं, इन सभी मुद्दों पर आप नेता ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की।