- यूपी में पिछले दिनों प्रेम विवाह और धर्म परिवर्तन की कई घटनाएं सामने आई हैं
- हालांकि विहिप सहित कई अन्य लोगों ने इन्हें 'लव जेहाद' का मामला बताया है
- सीएम योगी ने महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों अंतरधार्मिक प्रेम विवाह के कई मामले सामने आए हैं। इस दौरान लड़कियों के धर्म परिवर्तन की बातें भी सामने आई हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि इन लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया गया। विश्व हिन्दू परिषद ने इसे लेकर प्रदर्शन भी किया था। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने प्रदेश में कथित लव जिहाद की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं और दो टूक कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न या उनके साथ हिंसा की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सीएम योगी ने इसे लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई थी, जिसमें हाल में प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर नाराजगी जताई गई। इस दौरान सीएम ने साफ कहा कि पहचान छिपाकर लड़कियों को बहलाने-फुसलाने या बाद में उन्हें ब्लैकमेल करके धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने इस संबंध में कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए। अधिकारियों से कहा गया है कि वे महिला उत्पीड़न की घटनाओं को गंभीरता से लें और इन पर तुरंत एक्शन लें।
कई घटनाएं आई हैं सामने
यहां उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ, कानपुर और लखीमपुर खीरी में धोखे से लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने की घटनाएं सामने आई थीं। लखीमपुर खीरी व मेरठ में लड़कियों की हत्या भी कर दी गई थी। कानपुर के बर्रा-6 की एक युवती ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर धर्म परिवर्तन कर अपनी मर्जी से निकाह करने की बात कही थी, जिसके बाद विहिप कार्यकर्ताओं ने युवक पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए आरोपी युवक की गिरफ्तारी की मांग भी की थी।
युवती 29 जून को परीक्षा देने के लिए घर से निकली थी, जिसके बाद वह घर नहीं लौटी। बाद में पता चला कि उसने गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कर निकाह कर लिया है। लड़की के परिजनों ने इस मामले में लड़के व उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।