- यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की 67 सीटों पर जीत, पांच सीट समाजवादी पार्टी के खाते में
- जौनपुर में धनंजय सिंह, प्रतापगढ़ में राजा भैया समर्थित प्रत्याशी की जीत
- बलिया, इटावा, आजमगढ़ में सपा की जीत, लेकिन औरैया और मैनपुरी में शिकस्त
UP Jila Panchayat Chunav 2021: यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के नतीजों को जारी कर दिया गया है। इस चुनावी समर में बीजेपी को जबरदस्त जीत मिली है तो मुख्य विपक्षी दल के खाते में सिर्फ पांच सीटें गई हैं, खास बात यह है कि सपा अपने ज्यादातर गढ़ों को बचाने में नाकाम रही है। नतीजों में नाकामी के बाद सपा ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लूट हुई है, जिलाधिकारियों को बीजेपी उम्मीदवारों की जीत में लगा दिया गया था। लेकिन सपा के इस आरोप पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि अगर ऐसा था तो समाजवादी पार्टी बलिया, आजमगढ़ और इटावा में कैसे जीत गई।
75 में से पांच पर समाजवादी पार्टी की जीत
अगर बात बीजेपी की जीत की करें तो एटा ( सपा), संतकबीरनगर ( सपा), आजमगढ़( सपा), बलिया( सपा), बागपत(आरएलडी), जौनपुर(धनंजय सिंह की पत्नी) और प्रतापगढ़ (राजा भैया समर्थित उम्मीदवार) को छोड़कर सभी जिलों में उसे और उसके सहयोगी को जीत हासिल हुई है। इस चुनाव की खास बात यह रही है कि देवरिया में बीजेपी की जीत हुई है और यह आजादी के बाद बीजेपी की जीत है।
सीएम, पीएम और एचएम ने क्या कहा
सपा को अपने गढ़ में हार का करना पड़ा सामना
जिला पंचायत के चुनावों में समाजवादी पार्टी चारो खाने चित्त हो गई। बढ़चढ़ कर दावा करने वाली सपा के गढ़ (कन्नौज, फिरोजाबाद और औरैया आदि) भी उसे भाजपा से करारी शिकस्त मिली। अब समाजवादी पार्टी के हार पर लोग पूछ रहे हैं कि इसे क्या माना जाए। क्या इन नतीजों ने साबित कर दिया कि यूपी में बीजेपी के सामने सपा कहीं नहीं है। लेकिन इस सवाल के जवाब में सपा के नेता कहते हैं कि बड़े पैमाने पर धांधली हुई जिसका नतीजा आप देख रहे हैं। इस तरह के जवाब पर लोग पूछते हैं कि 2017 जिला पंचायत अध्यक्ष पद के जब नतीजे सामने आए तो क्या वो धांधली नहीं थी। इस पर सपा के नेता गोलमोल जवाब देकर बचने की कोशिश करते हैं।