- उत्तर प्रदेश में 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनर्स को बढ़ा हुआ महगांई भत्ता देने की घोषणा जल्द
- उत्तर प्रदेश में लगभग 16 लाख राज्य कर्मचारी हैं और लगभग 12 लाख पेंशनर्स
- राज्य सरकार भी केंद्र के बराबर ही करती है डीए की बढ़ोत्तरी
Dearness Allowance of Uttar Pradesh Employees: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य कर्मचारियों का डीए बढ़ाने जा रही है। उत्तर प्रदेश में 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनर्स को बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता देने की घोषणा जल्दी ही हो सकती है। उत्तर प्रदेश में लगभग 16 लाख राज्य कर्मचारी हैं और लगभग 12 लाख पेंशनर्स हैं। जिन्हें अभी तक 31% डीए मिल रहा है, अब इसको बढ़ा करके 34% किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार साल में दो बार कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाती है। इसके बढ़ने से कर्मचारियों और पेंशनर्स को काफी फायदा होगा।
पहला महंगाई भत्ता जनवरी से जून और दूसरा महंगाई भत्ता जुलाई से दिसंबर तक का होता है। यह कंज्यूमर महंगाई मतलब ऑल इंडिया कन्ज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर निर्भर होता है। अगर इसमें वृद्धि हुई तो महंगाई भत्ते का बढ़ना भी तय होता है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वजह से जनवरी वाला महंगाई भत्ता नहीं बढ़ पाया था। इसलिए अब राज्य सरकार इसको बढ़ाने जा रही है।
छह महीने लेट रहता है सत्र
राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में शुरू से महंगाई भत्ता देने के मामले में छह महीने लेट रही है। इसको लेकर कई बार मांग की गई लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं हो सका है। इस साल का भी अभी तक महंगाई भत्ता नहीं मिल सका है। अगर वह जल्द मिल जाए तो कर्मचारियों के लिए बेहतर होगा।
सरकार पर प्रतिमाह करोड़ों का भार
उत्तर प्रदेश के कार्मिक विभाग में कार्यरत सीनियर अधिकारी ने बताया कि महंगाई भत्ते में 3% वृद्धि करने से राज्य सरकार पर प्रतिमाह लगभग 220 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा। जनवरी से जोड़कर दिया जाए तो वर्तमान समय में लगभग 1120 करोड़ रुपए का भार सरकार पर होगा। वहीं महंगाई भत्ते में वृद्धि होने पर राज्य कर्मचारियों को महंगाई के कुछ हद तक राहत मिलेगी।