लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि के दृष्टिगत सभी मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारीगण क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्यों पर नजर रखें। उन्होंने अगले 2 दिन यानी 17 व 18 सितंबर को प्रदेश में स्कूल-कॉलेजों सहित सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा के दृष्टिगत जनपदों में राहत कार्य प्रभावी रूप से कराए जाएं। आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए। जल-जमाव की स्थिति में प्राथमिकता पर जल निकासी की व्यवस्था कराई जाए। उन्होंने संबंधित जनपदों के अधिकारियों को इस आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून ने खासा जोर पकड़ लिया है और पिछले 24 घंटों में इन इलाकों में ज्यादातर स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई। इस दौरान हुई तेज बारिश के कारण हुए हादसों में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई है। आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में प्रतापगढ़ और अयोध्या में सबसे ज्यादा 20-20 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा फुरसतगंज (अमेठी) में 19, कुंडा (प्रतापगढ़), मऊ (चित्रकूट), पट्टी (प्रतापगढ़), बस्ती, लालगंज (प्रतापगढ़) तथा रायबरेली में 17-17 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। राजधानी लखनऊ में 11 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
जौनपुर में चार, फतेहपुर में तीन, बाराबंकी और प्रतापगढ़ में दो-दो तथा कुशीनगर और सुलतानपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है।