- यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने ट्रूनैट मशीनों को सभी जिलों में पहुंचाने का दिया निर्देश
- इन मशीनों से कोविड-19 की जांच रिपोर्ट एक घंटे के भीतर आ जाती है
- आगरा और गाजियाबाद के जिला अस्पतालों में शुरू हो चुका है इन मशीनों से जांच
लखनऊ : कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में तेजी लाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री आदित्यना ने बुधवार को अधिकारियों को 15 जून तक सभी जिलों में ट्रूनैट मशीन पहुंचाने का निर्देश दिया है। इस मशीन से कोविड टेस्ट की रिपोर्ट महज एक घंटे में मिल जाती है। मशीन के रिजल्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी 75 जिलों में इसका उपयोग करने का निर्देश दिया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 की जांच के लिए ट्रूनैट मशीन के इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
कोविड-19 की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने अपने एक बयान में कहा, 'ट्रूनैट मशीनें 15 जून तक सभी 75 जिलों में लगनी चाहिए। राज्य सरकार ने कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में तेजी लाने के लिए इन मशीनों को उपलब्ध कराया है।' बैठक में मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की मृत्यू दर पर रोक लगाने एवं मरीजों का इलाज समय पर करने के निर्देश दिए। आदित्यनाथ ने कहा कि अगले छह महीनों में 10 लाख प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना तैयार कर ली गई है।
क्या है ट्रूनैट मशीन
आईसीएमआर ने कोविड-19 की जांच के लिए ट्रूनैट मशीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी। बैटरी से चलने वाली इस मशीन का इस्तेमाल ट्यूबरक्यूलोसिस (टीबी) की जांच में भी किया जाता है। यह एक छोटी मशीन है और इसका उपयोग करने में कम प्रशिक्षण की जरूरत होती है। एक प्रशिक्षित टेक्नीशियन मरीज के नाक एवं गले के स्वैब का नमूना एकत्र करता है। फिर इस मशीन के जरिए उस स्वैब की जांच की जाती है। यह मशीन 30 से 60 मिनट के भीतर जांच रिपोर्ट दे देती है। यह मशीन टीबी, एचआईवी, कोविड-19 जैसी बीमारियों के 32-48 सैंपल्स की जांच कर सकती है।
गाजियाबाद-आगरा में शुरू हुई जांच
गाजियाबाद को भी एक ट्रू नैट मशीन मिल भी गई है। इस ट्रूनैट मशीन को एमएमजी अस्पताल में लगाई गया है। इस मशीन से अब तक 20 मरीजों के सैंपल्स की जांच हुई है। इनमें से 11 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव और नौ की पॉजिटिव आई है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि इस मशीन से महज 45 मिनट में रिपोर्ट मिल जाती है। आगरा जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. सतीश वर्मा ने बताया कि ट्रू नैट मशीन से एक घंटे में रिपोर्ट तैयार हो जाती है। इमरजेंसी केस में इससे जांच की जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मेडिकल कॉलेज भेज दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के हाल के दिनों में कोविड-19 की संख्या में तेजी आई है। राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़कर 11335 हो गए हैं। इनमें से 301 मरीजों की जान गई है जबकि उपचार के बाद 6669 लोगों को ठीक किया गया है।