- योगी सरकार बनाएगी नौनिहालों को पोषित, आंगनबाड़ी केन्द्रों से दिया जाएगा ताजा व पौष्टिक खाना
- एक आंगनबाड़ी केन्द्र पर 3 से 6 वर्ष के औसतन 20 से 25 बच्चे है नामांकित
- प्रदेश के 1.89 लाख आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नामांकित लाखों बच्चों को मिलेगा लाभ
लखनऊ। नौनिहालों की बेहतर सेहत के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने अनूठा कदम उठाया है। सीएम के निर्देश पर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से प्रदेश भर के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नामांकित 3 से 6 सालों के बच्चों को ताजा हॉट कुक्ड फूड दिया जाएगा। इस योजना को मीड डे मील योजना की तरह ही चलाया जाएगा। इसके अलावा कोविड संक्रमण की वजह से बंद चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्रोटोकॉल के साथ खोलने के निर्देश भी दिए गए हैं।
यूपी में 1.89 लाख आंगनबाड़ी केंद्र
उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1.89 लाख आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हो रहे हैं। जहां पर 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को शिक्षा देने के साथ, किशोर युवतियों, गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं की आवश्यकताओं की पूर्ति कार्यकर्ता व सहायिकाओं के माध्यम से की जाती है। इसके अलावा 3 से 6 वर्ष के बच्चों को पुष्टाहार भी उपलब्ध कराया जाता है। अभी तक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लाभार्थियों को अब चावल, दाल व गेहूं के साथ दूध पाउडर, दही, घी भी उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिया जा रहा है। अब आंगनबाड़ी केन्द्रों से 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को हॉट कुक्ड फूड भी मुहैया कराया जाएगा।
हॉट कुक्ड फूड योजना
प्रदेश भर के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर औसतन 20 से 25 बच्चें नामांकित है। हॉट कुक्ड फूड योजना के तहत जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब बच्चों को ताजा व गर्म भोजन दिया जाएगा। योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सुपोषित बनाना है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक हॉट कुक्ड फूड योजना को मध्यान्ह भोजन योजना के मेन्यु के अनुसार संचालित किया जाएगा। इसके लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को हर चौथे महीने अनाज भी उपलब्ध कराया जाएगा।
ग्राम स्तर पर हॉट कुक्ड फूड योजना को संचालित करने के लिए गठित लाभार्थी के माताओं के स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संयुक्त खाते में हॉट कुक्ड फूड तैयार करने में खर्च होने वाली राशि (कन्वर्जन कास्ट) हस्तांतरित की जायेगी। आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों का खाना विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन (मिड-डे-मील) बनाने वाला रसोइया तैयार करेगा। प्रदेश सरकार ने कन्वर्जन मनी 4 रुपये 50 पैसे प्रति लाभार्थी प्रति दिन के हिसाब से दी जाएगी। इस कन्वर्जन मनी में 1.50 रुपए रसोइया का होगा।